लोकपति सिंह की रिपोर्ट :
चंदौली : इलिया स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बने कर्मचारी आवास में किसी के न रहने से आवास वीरान पड़ा हुआ है। लाखों रुपए लागत से बना आलीशान भवन कर्मचारियों का बाट निहार रहा है। बिहार सीमा से लगे नक्सल प्रभावित क्षेत्र इलिया के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सभी कर्मचारियों को रहने के लिए बकायदा अलग-अलग आवास बनाए गए हैं , लेकिन यह सभी आवास जब से बने हैं, ताला बंद पड़ा हुआ है।
इन भवनों की सफाई करने वाला भी कोई नहीं है। यहां नियुक्त एएनएम, फार्मासिस्ट, चिकित्सकों के लिए अलग-अलग आवास बनाए गए हैं, लेकिन एक भवन में मात्र संविदा चिकित्सक गंगाराम ही रहते हैं। चिकित्सा कर्मियों को रात्रि प्रवास न करने से मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। मरीजों को 15 किलोमीटर दूर शहाबगंज या चकिया के सरकारी अस्पतालों का शरण लेना पड़ता है। क्षेत्रवासियों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कर्मचारियों को रात्रि आवास में रहने की व्यवस्था कराए जाने की मांग की है।