चन्द्रिका भास्कर की रिपोर्ट :
रायगढ़ : जिला चिकित्सालय की एक नई मामला छनकर प्रकाश में आया है। आये दिन जिला हॉस्पिटल में कुछ न कुछ सुनने को मिलता रहता है। रायगढ़ जिला चिकित्सालत में बड़े से बड़े कारनामा सामने आता रहता है। आपको बता दें कि सुरक्षा गार्डों की मनमानी रवैये चरम सीमा पर है। गायनिक वार्ड सी में 22 बैड है, जहां गर्भवती महिलाओं का बच्चा सिरियस अवस्था में NICU में भर्ती है। महिलाओं की हाल भी बेहाल है, किसी महिला का बच्चे ऑपरेशन में हुआ है, टाका लगा हुआ, जिसे चलने फिरने में परेशानी है। उनको एक आदमी के सहारे परिवार वाले इधर-उधर पकड़ कर ले जाते हैं, उनके साथ भी किसी को 2 घण्टे बैठने नही दिया जा रहा है।
परिवार वाले खाना.लेकर हॉस्पिटल गायनिक वार्ड सी पर आते है। रात करीब 8 से 9 बजे के आस पास परिवार वाले एवं पेसेंट खाना खाने को एक साथ बैठना भी नसीब नही होता। पेसेंट के साथ में आये उनके पति अगर साथ मे कुछ समय बैठ जाये या मोबाईल या टार्च को चार्जिंग कर देता है। तो गाली-गलौच करने में कोई कसर नही छोड़ते। एक लड़की गार्ड आशा नाम की लगातार कई दिनो से परेशान कर रहे है।
पेसेंट की माँ या सासुमाँ साथ मे कुछ समय उनके बैड पर बैठ जाए तो लड़की गार्ड की जुबान से बड़े-बड़े शब्द शर्म, नही लगता, बेशर्मी टाइप की पेसेंट हो, पुराने बैड पर जाकर सो जाओ, नही तो बाहर में जाकर सो जा बोल रहे है। यहा तक कि मच्छरों की भगाने वाले कॉइल भी लगाने नही दिया जा रहा है। पूरी तरह से दबंगई दिखाया जा रहा है।बुजुर्गो को तू-तै-रे- से बात करने में कोई कसर नही छूट रहा है।
सूत्रों से छन कर आयी जानकारी के अनुसार एक वीडियो क्लिप भी किसी पेसेंट द्वारा लिया गया, जिसमें आपको साफ-साफ स्पष्ट दिखाई पड़ेगा कि लड़की गार्ड के द्वारा किस प्रकार की अभद्रतापूर्ण शब्दो का प्रयोग कर रही है।