नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल में पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या का मुद्दा बीजेपी द्वारा जोर-शोर से उठाया जाता रहा है और इसके लिए राज्य की ममता सरकार को कसूरवार ठहराया जाता रहा है, लेकिन अब इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए कड़ा रूख अख्तियार किया है। पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या पर सख्त रूख अख्तियार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने ममता सरकार से जवाब तालाब किया है।
इससे पहले याचिकाकर्ताओं की तरफ से गौरव भाटिया ने बीजेपी वर्कर त्रिलोचन महतो, दुलाल कुमार और शक्तिपद सरकार की हत्या का मामला कोर्ट में रखा। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस जांच में लापरवाही बरत रही है। इसके साथ ही याचिका में मरने वालों के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग भी की गई।
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस बारे में आगे सुनवाई के लिए सीबीआई और राज्य सरकार को नोटिस देकर जवाब देने के लिए कहा। गौरव भाटिया ने कहा कि पश्चिम बंगाल में इन तीन लोगों की हत्या हुई है, इसके बावजूद पुलिस ने अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की है और परिवार के लोगों को कथित रूप से धमकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस बातों के देखते हुए सीबीआई जांच का आदेश दिया जाना चाहिए।