राकेश मौर्या की रिपोर्ट :
बहराइच : जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आम फलों का राजा है और पके हुए रसीलें आम का स्वाद लेना किसको अच्छा नहीं लगता है? अर्थात सभी को अच्छा लगता है। अलग-अलग क्षेत्रो में अलग-अलग किस्मों के आम मशहूर है। इस वर्ष आम के पेड़ पर लदे बौर ने बौंडी थाना क्षेत्र के किसानों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी है। बौंडी थाना क्षेत्र के अन्तर्गत कोदही, कनेरा सांई गांव, बिसवां, जैतापुर आदि क्षेत्रों में आम के पेड़ बौर से लदे हुए हैं। किसान इस वर्ष आम की अच्छी उपज होने की संभावना जता रहे हैं। वैसे तो बौंडी थाना क्षेत्र में देसी प्रजाति के आम की भरमार है। इसके साथ ही हाईब्रिड प्रजाति के आम की फसल भी बहुतायत में हैं। क्षेत्र के बागवानो का मानना है कि अगर इस वर्ष मौसम ने साथ दिया तो आम की अच्छी पैदावार होने की पूरी पूरी-पूरी संभावना है।
जैसा कि इन दिनों आम के पेड़ में फल बनने का दौर शुरू हो गया, जिसके परिणामस्वरूप किसानों को फलों को आंधी-तूफान व विभिन्न रोगों से फलों के नष्ट होने का डर सता रहा है। किसानों व बागवानो के मुताबिक फल बनते समय फलों के सूख कर गिरने व फलों के सड़ने की समस्या आम हो जाती है। बीते कुछ दिनों पहले आंधी तूफान ने जहां आम के किसानों की चिंता बढ़ा दी थी वहीं अब फलों को रोगों से बचाने की भी चिंता बड़ी है।
फसल अनुसंधान विभाग बहराइच के कृषि वैज्ञानिक डा०वीपी सिंह ने बताया कि इस समय आम के फल मटर के दाने के समान है। ऐसी दशा में फलों को अंदर से सड़ने व विभिन्न रोगों से बचाने के लिए खेत में सिंचाई करके हल्की नमी बनाए रखें तथा 1 लीटर पानी में 6 ग्राम बोरेक्स मिलाकर पेड़ों पर छिड़काव करें तो फलों के अतिरिक्त सड़न से किसान भाइयों को निजात मिलेगी और वह आम के अच्छे उत्पादन का लाभ भी ले सकेंगे।