संतोष गुप्ता की रिपोर्ट :
चन्दौली : शहाबगंज क्षेत्र के बड़ौरा गांव में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र पर एक महिला द्वारा कूटरचित एवं फर्जी प्रमाणपत्र पर नौकरी करने का मामला प्रकाश में आया है। बड़ौरा गांव निवासी मिथिलेश सिंह ने आरोप लगाते हुए बताया कि वर्ष 2005 में सी0डी0पी0ओ0 द्वारा आंगनबाड़ी सहायिका के रिक्त पदों हेतु विज्ञापन निकाला गया था। अभ्यर्थियों द्वारा दिये गए आवेदन पत्र पर नियमानुसार कार्यवाही करते हुए योग्य अभ्यर्थियों को उक्त पद पर नियुक्ति दी गयी थी, जिसमें बड़ौरा गांव निवासिनी सुशीला देवी, पत्नी दयाराम को भी उनके द्वारा प्रस्तुत किये गए प्रमाणपत्र के आधार पर नियुक्ति दे दी गयी।
मिथिलेश सिंह द्वारा आरोपी के खिलाफ जांच कराए जाने की मांग पर सी0डी0पी0ओ0 द्वारा जांच की गयी, तो प्रस्तुत किये गए प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए। इस मामले में मिथिलेश सिंह के द्वारा न्यायिक मजिस्ट्रेट चकिया के न्यायालय में भी मुकद्दमा पंजीकृत कराया गया है, जहां जांचोपरांत न्यायिक मजिस्ट्रेट चकिया ने थानाध्यक्ष शहाबगंज को दोषी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकद्दमा पंजीकृत कर कार्यवाही से न्यायालय को अवगत कराने का आदेश दिया है।