राघवेंद्र तिवारी की रिपोर्ट : :
लखनऊ : जशने ईद मिलादुन्नवी (बारावफ़ात) निगोहां इलाके में बुधवार को बड़े हर्षोल्लास के साथ मानया गया। इस जुलूस में इस्लामी झंडे के साथ-साथ तिरंगे को भी लहराया गया। इस जुलुस में हिन्दू- मुस्लिम एकता की मिशाल देखने को मिली जहाँ हजारो की संख्या में हिन्दू समुदाय के लोगो ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और जुलुस में शामिल हुये।
यह जुलुस क्षेत्र के मदारी खेड़ा, मीरकनगर, नदौली, रामपुर, आदि कई गावँ से निकल कर निगोहां गावँ पहुंचा कस्बा घूमते हुए भगवान पुर चौराहे से होते हुए शहीद मुर्तजा शाह दरगाह होते हुए देर शाम निगोहां गावँ पहुंचकर समापन हुआ।जुलूस में सैकड़ो की संख्या में नन्हे -मुन्हें बच्चों ने अपने हांथो में इस्लामी झंडा व तिरंगे झंडे को लहराते हुए जुलूसे मोहम्मदी निकाला। सैकड़ो नवयुवक बाइक में झंडा लगाकर जुलुस में शामिल हुए जुलूस में घोडे,व बग्घी, व छोटे बड़े वाहनों की कतार लगी रही।
मदरसा हुसैनिया तालीमुल कुरान के मुदर्रिस व सुन्नी जामा मस्जिद के इमाम मौलाना खतिबुल कादरी सिमनानी ने सीरते मुस्तफा बयान किया। इस जुलूस में हिन्दू समुदाय के लोगो ने भी जगह-जगह मिठाइयों व प्रसाद वितरण किया , इस जुलुस मे निगोहां ग्राम प्रधान पति सुरेंद्र दीक्षित, राहुल गुप्ता, मिंटू बाजपेयी व भगवान पुर प्रधान अंकुर मिश्रा साहित सैकड़ो की संख्या ने हिन्दू समुदाय के लोगो शामिल रहे।
पाकपंजतन कमेटी अध्यक्ष मुशीर खान ने बताया की निगोहां का बारावफ़ात जुलुस एकता की एक मिशाल है। जिसमे मुस्लिम समुदाय के अलावां हजारो हिन्दू समुदाय के लोग शामिल होते है।निगोहां एसओ जगदीश पाण्डेय ने बताया की जुलुस में शांति व्यवस्था हेतु भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया। जो शांति पूर्वक ढंग से निकला और समापन कराया गया।