नई दिल्ली : संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है। एक तरफ जहाँ सरकार अपने अंतरिम बजट में लोगों के लिए कई लुभावने घोषणा करने की तैयारी में है, वहीँ विपक्ष सरकार को एक बार फिर विभिन्न मुद्दों पर घेरने की तैयारी में है। बजट सत्र की शुरुआत से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपना अभिभाषण पेश किया। अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति ने कहा कि “2019, हमारे लोकतंत्र के इतिहास का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है।
राष्ट्रपति ने कहा कि 2019, हमारे लोकतंत्र के इतिहास का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। इस साल हम भारत के लोग, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहे हैं। इसी साल 13 अप्रैल को जलियांवाला बाग में हुए दुखद नरसंहार के 100 साल भी पूरे हो रहे हैं। मैं पूरे राष्ट्र की ओर से उन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
हमारा देश गांधी जी के सपनों के अनुरूप, नैतिकता पर आधारित समावेशी समाज का निर्माण कर रहा है। हमारा देश बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर द्वारा संविधान में दिए गए सामाजिक और आर्थिक न्याय के आदर्शों के साथ आगे बढ़ रहा है।
साल 2014 के आम चुनावों से पहले, देश एक अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा था. चुनाव के बाद मेरी सरकार ने, कार्यभार संभालने के साथ ही एक नया भारत बनाने का संकल्प लिया। पिछले साढ़े चार सालों में, मेरी सरकार ने लोगों में एक नई आशा और विश्वास का संचार किया है। देश की साख बढ़ाई है और सामाजिक और आर्थिक बदलाव के लिए प्रभावी प्रयास किए हैं।
उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत 9 करोड़ से ज्यादा शौचालयों का निर्माण हुआ है। उज्ज्वला योजना के तहत अब तक 6 करोड़ से ज्यादा गैस कनेक्शन दिए हैं। केवल साढ़े चार सालों में सरकार ने कुल 13 करोड़ परिवारों को गैस कनेक्शन से जोड़ा है। ‘प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना’ के तहत देश भर में अब तक 600 से ज्यादा जिलों में 4,900 जन औषधि केन्द्र खोले जा चुके हैं।