चन्दौली : बसें है पुरखो से और लगायी जा रही रोक वन विभाग के द्वारा उनको मिले प्रधान मंत्री आवास व शौचालय के निर्माण पर। यह कार्यवाही वन विभाग की जनविरोधी है, जिसका हर हाल में विरोध करेगा स्वराज अभियान व मजदूर किसान मंच। उक्त बातें गढ़वा (बलिया कला खुर्द) में लगी जन चौपाल में स्वराज अभियान के नेता व मजदूर किसान मंच के जिला प्रभारी अजय राय ने कही।
उन्होने जन चौपाल में कहा कि गढ़वा (बलिया कला खुर्द) के करीब सैकड़ों लोग चार पुस्तों से यहाँ बसे हैं और खेतीबारी कर रहे हैं। यहाँ कही जंगल का अता पता नही है और 1978 में उनको वन विभाग से पट्टा भी मिला था। और तो और राशन कार्ड, आधार कार्ड, मकान का नम्बर तक मिला है। वही इन्होने वनाधिकार कानून के तहत दावा दाखिल भी किया है, लेकिन बिना दावा दाखिल का निस्तारण किए उनको सभी सरकारी सुविधाओं से बेदखल किया जा रहा है और पात्रता सूचि में होने के बाद भी उनके आवास व शौचालय निर्माण को वन विभाग ने रोक दिया है, जो कही से न्याय संगत नही है।
उन्होने कहा कि अभी कुछ दिन पहले यही पर लगा विधायक का जन चौपाल वन विभाग की जनविऱोधी कृत्य पर रोंक लगाने की जगह किसानों को बेदखल करने के लिए उकसाकर चले गये। भाजपा राज में लगातार किसानों पर उत्पीड़न की कार्यवाही चल रही है। यहाँ होना तो यह चाहिए था पुरे शिकारगंज के कई गाँव जो वन ग्राम है उनको जांच कर राजस्व गाँव घोषित कर देना चाहिए, लेकिन सरकार व प्रशासन इस दिशा में कोई पहल नही कर रहा है। उल्टे उनके आवास व शौचालय निर्माण पर रोक लगा रही है, जबकि उच्च न्यायालय ने सीधे अपने आदिवासी वनवासी महासभा के द्वारा दायर जनहित याचिका में कहा है कि जब तक इनके दावे का निस्तारण न हो जाए तब तक इनको न तो बेदखल किया जा सकता है और न ही कोई उत्पीड़न की कार्यवाई की जायेगी। लेकिन वन विभाग लगातार उत्पीड़न की कार्यवाई पर उतरा है जिसका हर हाल में विरोध होगा।
जनचौपाल में मजदूर नेता विजयी राम ,अमर बहादुर चौहान ,शिबाजी चौहान गिरजा चौहान ,लीलावती देवी ,उदित राम ,रामधारी ,विक्रमा ,दशरथ ,सुशिला देवी ,वंशराज चौहान ,किशमती देवी ,कलावती देवी सहित सैकड़ों किसान शामिल रहे।