रामकृष्ण पांडेय की रिपोर्ट :
भदोही : स्थानीय पावर हाउस सीतामढ़ी फीडर की ट्राली जलने के चलते आपूर्ति ठप हो जाने से हलचल मच गई। बता दें कि रविवार को सीतामढ़ी फीडर की इनकमिंग ट्राली धूं-धूं कर जल उठी, जिससे पावर हाउस से जुड़े लगभग तीन दर्जन गांवों की आपूर्ति ठप हो गई। बिजली गुल होने से पेयजल का संकट जहां गहरा गया, वहीं तीन दर्जन गांवों में अंधेरा छा जाने से हाहाकार मच गया है। आरोप है कि विभागीय उदासीनता के चलते आए दिन ट्राली फुंक जाती है।
बताया जाता है कि अब यह एक या दो दिन में बनकर तैयार हो सकेगा। लेकिन सीतामढ़ी फीडर के जेई रामनारायण का बहाली के समय से कोई वास्ता नहीं है। उनका कहना है कि ट्राली फुंक जाने से आपूर्ति संचालन अवरुद्ध हो गया है। विद्युत विशेषज्ञों की टीम ठीक करने में जुटी हुई है, ठीक होते ही आपूर्ति बहाल हो जाएगी। कितना समय लगेगा फिलहाल यह नही कह सकता। फिलहाल जो भी हो, जब तक आपूर्ति बहाल नहीं हो जाती तब तक करीब तीन दर्जन गांव के लोग अंधेरे में रहेंगे। तथा मच्छरों और गर्मी के प्रकोप को सहने के लिए विवश रहेंगे।
रोस्टर बना मजाक, बची कसर पूरी कर रही खराबी
बिजली बदहाल हो चली है। रोस्टर मजाक बनकर रह गया है। लोकल फाल्ट के नाम पर बेहिसाब कटौती हो जारी है। ऐसे में रही सही कसर पूरी कर दे रही है बड़ी खराबी। जो कुछ बच रहा है उसे जल रहे ट्रांसफार्मर पूरा कर दे रहे हैं, कुछ यही हाल है बिजली का। ऐसे में तमाम परेशानियां एक तरफ मोबाइल की खामोशी तो एक तरफ टीवी आदि शोपीस बनकर रह जाना।