वागीश कुमार की रिपोर्ट :
सुल्तानपुर : चाँदा , क़ोथरा बाजार स्थिति पीसीएफ की गोदाम से डीएपी की कालाबाजारी की जारही है । किसानो क़ो मूल्य से साठ से अस्सी रूपए अधिक लेकर बेचा जारहा है। किसान हैरान परेशान है, तो जिम्मेदार चुप है। आखिर अन्नदाता को कब तक परेशान किया जाता रहेगा।
धान की कटाई के बाद अब गेहूं की बुवाई का समय आ गया है । खाद बीज क़ो ले कर किसान के माथे पर चिंता की लकीरे गहरी होती जा रही है । इसी का बेजा फायदा उठाते हुए पीसीएफ गोदाम के प्रभारी शशिकांत दुबे उर्वरकों के मूल्य पर ओवररेटिंग कर रहे है । डीएपी पर साठ से अस्सी रुपए अधिक वसूली की जारही है ।
सहकारी समितियों पर उर्वरकों की आपूर्ति ना होने से किसान आननफानन मे खाद खरीद लेने के फिराक मे है । दुबे ने बताया की अबतक 1600/बोरी डीएपी आ चुकी है जिसका मूल्य 1290/प्रति बोरी है । 680/बोरी अभी आयी है जिसपर मूल्य 1340/अंकित है । जिसका वितरण मंगलवार से किया जा रहा है ।
बरनी के अनिल प्रतापपुर कमैचा के प्रशांत फुटेला अमित रामपुर के राममिलन जैसे दर्जनो किसानो की माने तो 1290/की डीएपी क़ो 1350/मे वितरित किया जा रहा था । गोदाम प्रभारी शशिकांत ने माना की अधिक मूल्य लिया गया जिसे बाद मे किसानो क़ो वापस कर दिया गया । एसडीएम लम्भुआ डॉ रमेश शुक्ला ने किसानो का शोषण कतयी बर्दाश्त नही किया जाऐगा । जाँच होगी और दोषियों क़ो बक्शा नही जाऐगा ।