राकेश द्विवेदी की रिपोर्ट :
संतकबीर नगर : सरकार से क्यों है नाराजगी ? शुरुआत में नायक फ़िल्म के अनिल कपूर की तरह फैसले होने लगे, इम्प्लीमेंटेशन कुछ हुआ नही। अब तो हालत है कि थाना, ब्लाक, तहसील सब करप्शन एवं दलाली के अड्डे बन गए है। सरकार की कोई हनक दिख ही नही रही है। अपने समय में विधायक और सांसद का कभी इतना बेचारा वाला रूप नही देखा औऱ वो पैरवी के नाम पर कोरम पूरा कर रहे है। थानों में जहाँ पहले 20 हजार किसी काम के लिए लेते थे अब राष्ट्रवादी सरकार में खुलेआम 50 हजार चाहिए। हर जगह घोटाला है।
आप बताइए 2 महीने हो गए टेमा रहमत विकासखंड सेमरियावा में उनतीस लाख रूपये का गमन किया गया है जिले के जिम्मेदार अधिकारी मौके पर न जाकर दूर से ही पल्ला झाड़ ले रहे हैं पक्की सड़क पर ग्राम सभा प्रधान द्वारा खणन्जा लगाने का नदावा किया जा रहा है। सड़क के उपर आरटीआई द्वारा प्राप्त सूचना में साफ है सरकारी पैसा गमन करने का पूरा मामला, फिर भी मूक दर्शक बने हुए हैं जिले के जिम्मेदार अधिकारी एवं कर्मचारी। 3 करोड़ 28 लाख लूट गए लेकिन जिम्मेदार कार्रवाई से भाग रहे है।
हालत सपा बसपा सरकार से भी खराब हो चला है। कोई नियंत्रण ही नही है। प्रभारी मंत्री को लगाया गया है, जिले की देखभाल करने को। लगता है कि भूनी हुई काजू औऱ काजू की बर्फी खिलाकर उनको भी फ़ोटो खिंचवाकर भेज दिया जाता है। हर मामले में सरकार का दिवाला निकल रहा है, जैसे मन से राजपाट देखा ही नही जा रहा है। एक बात सत्य है कि योगी जी खुद बहुत साफ पाक है लेकिन आपके राज्य में जब जनता घूस से परेशान होगी और आप अधिकारियों को लूटने की खुली छूट दे देंगे तो नुकसान आपका ही होगा, अधिकारियों का क्या है वो दूसरी सत्ता में भी सेट हो जाएंगे। योगी जी आपसे बहुत उम्मीद है अभी भी उम्मीद टूटी नही है। कुछ कीजिये और बेलगाम अधिकारियों पर रोक लगाइये। वरना हम तो सत्ता बदलने के आदी है, फिर लाएंगे कोई लुटेरी सरकार जो हमे भी थोड़ा-थोड़ा खिलाया करेगी।