दिलीप कुमार की रिपोर्ट :
बाराबंकी : आग का तांडव अब भी किसानों के लिए मुश्किलो का सबब बना हुआ है। जिसका एक और उदाहरण बेलखरा गाँव मे दिखाई पड़ा, जब रिज़वानुल्लाह पुत्र शरफतुल्लाह, इबरार पुत्र जाव्वाद, सुखलाल पुत्र मुन्नीलाल की कई बीघे में खड़ी सल आग की चपेट में आने से जलकर राख हो गयी। वही हलका लेखपाल को सूचित करने बाद भी सहायता की बात तो दूर, घटना का निरीक्षण तक करने नही पहुंचे, जिससे पीड़ितों में आक्रोश व्याप्त है।
एक तरफ जहां योगी सरकार लापरवाह अफसरों पर नकेल कसने का दावा कर रही है, वहीँ ग्राम बेलखरा में लेखपाल की इस लापरवाही से सवाल खड़े होना लाजमी है कि आखिर अब इस लापरवाही का जिम्मेदार कौन है ? एक तरफ जहां पीड़ितों को पहले ही आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा है, वही दूसरी और लेखपाल के इस रवैये ने जख्म पर नमक लगाने का कार्य किया है।