नई दिल्ली : महागठबंधन में जारी रार अब दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही और लालू-नितीश के रिश्तों में तल्खियां बढ़ती जा रही है। हालाँकि दोनों नेताओं की तरफ से बार-बार ये कहा जाता है कि महागठबंधन में किसी तरह का कोई मतभेद नहीं है, लेकिन प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं होती। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सीएम नितीश कुमार ने जहाँ NDA के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद का समर्थन किया, वहीँ लालू मीरा कुमार समर्थन में दिखे, जिसके बाद महागठबंधन में एक दूसरे के खिलाफ बयानबाज़ी शुरू हो गई। वहीँ अब एक और नये मुद्दे पर लालू-नितीश की राहें जुदा हो गई है।
दरअसल 1 जुलाई से GST लागू होने जा रहा है, जिसको लेकर मोदी सरकार ने 30 जून और 1 जुलाई मध्य रात्रि में GST पर संसद का विशेष सत्र बुलाया है। संसद के इस विशेष सत्र का जहाँ सीएम नीतीश कुमार समर्थन कर रहे हैं, वहीँ लालू यादव इनका बहिष्कार कर रहे हैं। नीतीश कुमार के कार्यालय की ओर से जारी किए गए बयान में कहा या है कि जब पहली बार कांग्रेस के नेतृत्व वाली डॉक्टर मनमोहन सिंह की सरकार की ओर से GST लाया गया था तो उन्होंने कुछ संशोधनों के साथ समर्थन किया था।
बता दें कि कई विपक्षी दलों ने तय किया है कि बतौर विरोध वे इस समारोह में शामिल नहीं होंगे जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी भाषण देंगे। मोदी के पूर्ववर्ती, डॉ. मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया था।