विधानसभा चुनाव को लेकर सारंगढ क्षेत्र में हड़कंप सी मची हुई है हर चौक चौराहे में

चन्द्रिका भास्कर की रिपोर्ट

छत्तीसगढ़ : सारंगढ़ विधानसभा में चुनावी गुप्तगु की सुरुवात हो चुकी है आपको बता दें यह सारंगढ विधानसभा अनुसूचित जाति बहुमूल्य क्षेत्र है कुल मतदाताओं की संख्या लगभग 2लाख 49हजार है अभी की स्थिति में चुनाव को त्रिकोणी रूप से देखा जा रहा है (भाजपा, कांग्रेस, बसपा ) भाजपा ने वर्तमान विधायक केराबाई मनहर को फिर से एक मौका दिया है सारंगढ की रणभूमि में जीत हासिल कराने के लिए तो वही कांग्रेस पार्टी ने भी उत्तरी जांगड़े को रणभूमि में उतार चुकी है जो वर्तमान में सारंगढ जनपद अध्यक्ष में काबिज हैं ,बसपा ने भी युवा प्रत्याशी अरविंद खटकर को लाकर खड़ा कर दिया है जो वर्तमान में जिला जनपद सदस्य (सभापति)हैं ऐसे स्थिति में इस बार की चुनाव में काफी दिलचस्प होगा दो महिला एक पुरूष ।


जनता की माने तो उत्तरी जांगड़े के नाम से काफी आनंदित है। लोगों में उत्साह का माहौल बना हुआ है और सारंगढ का एक रिवाज भी है चाहें कोई भी पार्टी का हो एक ही समय में पद पे काबिज रहता है दूसरी बार बिल्कुल भी अवसर नहीं मिलता जन्ताजनार्दन ही फैसला कर देती है तो क्या ऐसे स्थिति में भाजपा प्रत्याशी वर्तमान विधायक केराबाई मनहर आदि अनादि काल से चली आ रही परम्परा को तोड़कर विजयी हासिल कर पायेगी या फिर से दूसरे पार्टी को अवसर प्रदान होगा ।


आपको बता दें भाजपा पार्टी देश के सबसे बड़ी पार्टी में माना जा रहा है राज्य और केंद्र में भाजपा का ही सरकार बैठा हुआ है ऐसे स्थितियों उनकी रणनीति काफी मजबूत हो सकती है लेकिन हम सारंगढ विधानसभा की बात करें तो यहाँ की जनता वर्तमान विधायक मनहर जी से काफी रूठे हुवे हैं उनकी कार्यकाल को निष्क्रिय के रूप में देख रहे हैं ।

अब हम आपको बता दें बसपा के पार्टी को लोग जो हैं जातिवाद पार्टी के रूप में देख रही है ऐसे स्थितियों में पिछड़ा वर्ग, सामान्य वर्ग में आने वाले लोगों का सहयोग पाना मुश्किल सा लग रहा है 25-30वर्ष पीछे जाये तो सारंगढ में बसपा अहम भूमिका निभाती थी बसपा का ही परचम लहराया करता था लेकिन वक्त बदल चुकी है वर्ष बदल चुकें हैं लोग बदल चुकें हैं अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या अरविंद खटकर फिर से बसपा को जीत हासिल करा कर 25-30वर्षों पूर्व की परम्परा को फिर जीवित करवा पाता है अरविंद खटकर 4महीनों से अपनी तैयारियां शुरू कर चुकी है चुनाव को लेकर काफी मेहनत करते नजर आ रहा है।


कांग्रेस पार्टी ने हाल ही में उत्तरी जांगड़े का नाम फाइनल किया हुआ है पिछले चार सालों से जनपद में जुड़े लोगों से सम्पर्क साधकर अपनी रणनीति तैयार कर चुकी है और लोगों में विधायक को लेकर बदलाव का माहौल बना हुआ है टिकट फाइनल होने से पहले जनता में भी एक ही मांग थी नया चेहरा ऐसे स्थिति में कांग्रेस पार्टी ने लोगों की आवाज सुनकर नया चेहरे के रूप में उत्तरी जांगड़े को रणभूमि में उतारी है आपको बता दें उत्तरी जांगड़े अपनी राजनीतिक केरियर सरपंच बनकर सीढ़ी दर सीढ़ी आगे बढ़ रही है सरपंच के बाद जनपद अध्यक्ष और उसके बाद विधानसभा के लिए टिकट का फाइनल हो जाना राजयोग को दरशाती है । तीनों ही उम्मीदवार अपने अपने जगहों में परिपक है अब देखना है जनता जन्ताजनार्दन किसको अपना विधायक के रूप में देखना चाहते है।


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