संतोष शर्मा की रिपोर्ट :
बलिया : सलेमपुर लोकसभा सांसद रवींद्र कुशवाहा ने स्थानीय डाक बंगले में आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में राम मंदिर से संबंधित विधेयक निश्चित रूप से पेश होगा। विधेयक राज्यसभा में पारित नहीं हो पाया तो अध्यादेश के जरिए मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा। कहा कि राम मंदिर को लेकर हो रहा आंदोलन इस बार निर्णायक मुकाम तक पहुंचेगा।
उन्होंने कहा कि 11 दिसंबर से शुरू होने जा रहे हैं संसद के शीतकालीन सत्र में राम मंदिर से संबंधित विधेयक निश्चित रूप से पेश होगा। संसद में कानून बनाने के लिए बहस से जनता देख लेगी कि कौन राजनीतिक दल मंदिर के पक्ष में और कौन विपक्ष में है। कहा कि लोकसभा में भाजपा के पास बहुमत होने के कारण यह पारित हो जाएगा। लेकिन राज्यसभा में पास होगा या नहीं तय नहीं है। राज्यसभा में यह पारित नहीं हो पाया तो सरकार अध्यादेश के जरिए मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगी।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्र के 29 अक्टूबर से नियमित सुनवाई के फैसले से आम लोगों में यह संदेश गया था कि न्यायालय इस मामले पर गंभीर है। लेकिन पिछली सुनवाई में के समय इस मुकदमे को जिस तरह दरकिनार किया गया उससे देश के जनमानस में निराशा है।