नई दिल्ली : दिल्ली के सत्ता में आसीन आम आदमी पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। पहले आशुतोष ने पार्टी का साथ छोड़ा, वहीँ अब आप के दिग्गज नेता कहे जाने वाले आशीष खेतान ने आप का साथ छोड़ दिया है। आशीष खेतान की गिनती पार्टी के कद्दावर नेताओ में होती है, ऐसे में उनका पार्टी छोड़कर जाना केजरीवाल के लिए एक बड़ा राजनीतिक नुकसान है।
आशीष खेतान ने फेसबुक पर पार्टी से हटने के बारे में लंबी पोस्ट लिखी है। इसमें उन्होंने कहा है कि निजी वजहों से फिलहाल वह चुनावी व सक्रिय राजनीति से हट रहे हैं। उन्हें पार्टी से कोई नाराजगी नहीं है। पार्टी में उन्हें पूरा प्यार व सम्मान मिला। सक्रिय राजनीति से हटने को लोक सभा सीट की दावेदारी से जोडना कोरी अफवाह है। उन्होंने लिखा है कि आगामी लोक सभा चुनाव लडने के बारे में पार्टी ने उनसे पूछा था। लेकिन निजी वजहों से मना कर दिया था। इसमें खेतान ने बताया है कि वह वकालत के पेशे से जुड़ रहे हैं।
करीब एक हफ्ते पहले आशुतोष के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल काफी सक्रिय दिखाई दिए थे। आशुतोष का इस्तीफा इस जन्म में स्वीकार न होने की बात करते हुए उन्होंने पार्टी से जुड़े रहने की अपील भी की थी। वहीं, दूसरे नेताओं ने आशुतोष को मनाने की भी कोशिश की थी। यहां तक कि वरिष्ठ नेता दिलीप पांडेय व गोपाल राय नोएडा स्थित आशुतोष के घर तक गए थे। लेकिन आशीष खेतान के इस्तीफे पर केजरीवाल समेत पूरी पार्टी शांत है। अरविंद केजरीवाल की आशीष खेतान के इस्तीफे पर खामोशी के बाद पार्टी के किसी दूसरे नेता ने भी कोई बयान नहीं दिया है।
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