अजय सैनी की रिपोर्ट :
अलवर : दिनांक 27.7.17 की रात्रि 2 पिकअप गाड़ियों में गोवंश भर के ले जा रहे 8-10 लोगों द्वारा नरसी गुर्जर निवासी कुशलगढ़ पर जानलेवा हमला किये जाने वाली बात की पड़ताल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अलवर ग्रामीण डॉ मूल सिंह राणा द्वारा किये जाने पर घटना का ग़लतफ़हमी के कारण होना पाया गया है।
दरअसल अकबरपुर गाँव में आवारा गायों के कारण सड़क के किनारे खेती करने वाले किसान परेशान थे क्योंकि ये गायें रात में खेत की फसल को ख़राब कर देती थीं। अपनी फसल को बचाने के लिए गांव के आकाश शर्मा निवासी अकबरपुर, विनोद जाटव निवासी अकबरपुर,पदम् गुप्ता निवासी अकबरपुर, चंदगीराम निवासी अकबरपुर, बब्बल यादव निवासी अकबरपुर, एड्वोकेट इंद्रजीत यादव निवासी खेड़का ,सतीश यादव आदि 8 गायों को 2 पिकअप गाड़ियों में भर कर उन्हें नारायणपुर के जंगल में छोड़ने के लिए रात में 11 बजे के लगभग जा रहे थे।
उसी समय नरसी गुर्जर निवासी कुशलपुरा जो कि कुशलपुरा चौराहे पर दुकान का व्यवसाय करता है,रात को अपनी दुकान बढ़ा कर जा रहा था तो उसने पिकअप गाड़ियों में गाय देखकर पिकअप गाड़ी रुकवा ली। इसी बीच पिकअप के ड्राइवर के साथ झड़प हो गयी। पीछे वाली पिकअप में भी कई लोग सवार थे। झगड़ा व् शोरगुल की आवाज सुनकर आसपास के लोग हाथों में लाठियां लेकर आ गए जिस पर पिक अप में सवार गायों से भरी 2 पिकअप गाड़ियों को छोड़ कर वहाँ से वापिस भाग गए। ग्रामीणों ने गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की। गायों को तातारपुर गोशाला में भिजवा दिया गया तथा पिकअप में सवार लोगों के विरुद्ध गोवंश अधिनियम व् अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
एक पहलु ये भी
अकबर गाँव के सरपंच व् अन्य ग्रामीणों से घटना के बारे में बात की गयी तो लोगों ने बताया कि पिछले 2 महीनों में अकबरपुर में 15-20 गायों की मृत्यु हो गयी है। एक साथ इतनी गायों का मरना संदेह पैदा करता है कि इसके पीछे कहीं जहरखुरानी तो नही है, क्योंकि खेत की रखवाली करने वाले अपनी फसल को आवारा गायों से बचाने के लिये कुछ भी कर सकते हैं। कुछ लोगों ने इस घटना को गायों को सुरक्षित बाहर छोड़ कर आने का कदम बताया।