श्रीनिवास सिंह चौहान’मोनू’ की रिपोर्ट
लखनऊ/सीतापुर भारत देश किसानों का देश कहा जाता है । और किसानों को अन्नदाता दर्जा भी दिया जाता है । परंतु आजादी के बाद से लगातार किसानों की हालत दयनीय होती चली जा रही है । किसान लगातार महंगाई के साथ साथ मौसम की मार को झेलते हुए किसी प्रकार अपना गुजारा करने को मजबूर होते हैं । उनके पास कोई सीधा माध्यम भी नहीं होता जिसके द्वारा वह शासन और प्रशासन तक अपनी बात रख सके । किंतु समय समय पर देश में चल रहे तमाम सामाजिक संगठनों के द्वारा किसानों की आवाज बुलंद की जाती रही है । जिसके परिणाम स्वरूप आज शुक्रवार को किसान मंच के द्वारा जिले में तहसील स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें किसान मंच सीतापुर द्वारा बिसवां तहसील ग्राम पंचायत खान पुर मोइया में आयोजित किसान सम्मेलन में सभा को सम्बोधित करते हुए जिला अध्यक्ष शिव प्रकाश सिंह ने कहा कि हम किसानों की दुर्दशा त्योहारों के बाजारों मे दिख रही है । गन्ना किसानों के भुगतान समय पर न होने के कारण वह दर दर भटकने के लिए मजबूर है । पारिवारिक जरूरतो के अलावा खाद,पानी ,डीजल, दवाई के साथ कर्ज मे डूबा किसान आत्महत्या के लिए मजबूर है । किसान मंच किसानों के गन्ना मूल्य भुगतान ब्याज सहित अतिशीघ्र दिलवाने की मांग करता है । अन्यथा की स्थिति मे किसान आंदोलन के लिए बाध्य होगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी । जिला संयोजक जितेन्द्र मिश्र ने कहा कि शासन और प्रशासन किसानो और मजदूरों के साथ शौतेला व्यवहार किया जा रहा है । किसान क्रेडिट कार्ड का छमाही रिनीवल न होने पर बैंक तुरंत ब्याज बढ़ाने के हकदार है । परंतु किसान का पैसा ब्याज की जगह मूलधन का मिलना मुश्किल है । जिला प्रवक्ता सचेन्द्र दीक्षित ने उपस्थिति साथियों से अपील करते हुए कहा भाइयों आजादी के इकहत्तर वर्षो बाद भी गरीब और किसान भाइयों को गुमराह कर हम आपका शोषण किया जा रहा है।हम आप को अपनी आवाज बुलंद करनी होगी । जिला महासचिव राम सनेही बर्मा ने कहा कि पीड़ित पक्ष को अपनी शिकायतो के निराकरण हेतु दर दर भटकना पड़ता है, न्याय नहीं मिलता वह बेचारा थक हारकर चुप होकर बैठ जाता है । तहसील अध्यक्ष बिसवां इन्द्रजीत सिंह ने ग्रामीण अंचल में रास्ते और गलियारों के अतिक्रमण का मुद्दा उठाते हुए कार्यवाही की मांग की । बैठक में जिला उपाध्यक्ष ठाकुर प्रसाद अर्कवंशी,जिला सचिव संजय कुमार,जिला संगठन मंत्री मो0 शामी सहित भारी संख्या में किसान उपस्थिति रहे ।