सन्तोष कुमार शर्मा की रिपोर्ट :
बलिया : देश के शहीदों और वीर जवानों के प्रति देश में अलख जगाने वाले ऐतिहासिक शहीद स्वाभिमान यात्रा दिल्ली से चलकर आज सुखपुरा में शुक्रवार को 10 बजे पहुंची, जहाँ शहीद स्मारक पर लोगों ने जोरदार स्वागत किया और सुखपुरा शहीद स्मारक की मिट्टी को माथे तिलक लगाकर अपने साथ ले गए। यहां शहीदों के सम्मान में खूब नारे लगाए गए।
शहीद स्मारक पर लोगों को संबोधित करते हुए संस्था के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह बिधूड़ी ने कहा कि देश में भारत मां के वीर सपूत शहीद-ए-आजम भगत सिंह की सबसे विशाल प्रतिमा का स्थापना करना उनका एक बड़ा लक्ष्य है, जिसके लिए इस यात्रा के माध्यम से हर राज्य से मिट्टी लाई जाएगी। वहीं विशाल प्रतिमा के साथ ही शहीद स्मारक और संस्थान की स्थापना की जाएगी। यहां आने वाले लोगों को देश के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों के बारे में विशेषज्ञों द्वारा जानकारी दी जाएगी। देश की भावी पीढ़ी को राष्ट्रभक्त का पाठ पढ़ाएगी।
देश में यूं तो कई सामाजिक संगठन विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, लेकिन राजधानी दिल्ली में स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम वीर सपूतों और सीमा पर शहीद होने वाले वीरों को सम्मान दिलाने के उद्देश्य से स्वाभिमान देश का नमक गैर लाभकारी राष्ट्रीय संगठन की स्थापना की गई है, जिसका नेतृत्व संयोजक के रूप में सुरेंद्र सिंह विधुड़ी कर रहे हैं। ये संगठन धर्म, जाती, वर्ग, भेष आदि से ऊपर उठकर राष्ट्र के शहीदों और वीर जवानों को समर्पित है। संगठन राष्ट्रीय स्तर पर काम कर रहा है, जिन्होंने देश के शहीदों के प्रति लोगों को जागरूक करना ही अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया हैं।
संगठन की मांग है कि शहीदे आजम भगत सिंह को राष्ट्रीय पुत्र की उपाधि और राष्ट्र के सभी शहीदों को सर्वोच्च सम्मान दिया जाए। राष्ट्रीय रक्षा के लिए शहीद होने वाले सैनिक और पुलिसकर्मियों को सम्मान दिया जाये व संयुक्त परिवार के सहित स्वाभिमान कार्ड भी बनाया जाए। भारतीय सेना के वेतन को कर मुक्त किया जाए। भारतीय सेना के शहीद परिवारों के लिए अलग से आयोग की स्थापना की जाए। सेवानिवृत्ति के बाद सैनिकों के लिए रोजगार के उचित अवसर भी मिले। शहीदों की जयंती और राष्ट्रीय संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम वीर शहीदों की जीवनी को स्कूलों में पाठ्यक्रम में शामिल किया जाय आदि प्रमुख मांगे हैं। इस मौके पर संतोष, सोहन, प्रदीप, संदीप, देवा, अमरपाली, नंदू, रमाशंकर सिंह, नित्यानंद पांडे, वीरेंद्र चौरसिया, मोहन मिश्रा आदि लोग उपस्थित रहे।