चन्द्रिका भास्कर की रिपोर्ट :
सारंगढ़ : शासकीय प्राथमिक शाला ठेलकाभांठा के पांच कमरे शिक्षकों की कार्यलय सहित सभी कमरों में फर्श पर पानी टपक रहा है और छत कभी भी धसने के भय से पुरे गांव में हड़कंप मचा हुआ है। शिक्षक व पालको की माने तो शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा इस सम्बंध में जानकारी होने की बात कही जा रही है। वहीं स्कूल की छत कभी भी गिर सकती है और बच्चों को लगातार जान का खतरा बना हुआ है।
बारिश तेज होने के साथ ही जर्जर भवनों वाले सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे की परेशानियां बढ़ गयी है। टपकती छतों के नीचे बच्चे परेशान हो रहे है। पहली से लेकर पांचवी तक कि कमरों के छत से पानी टपक रहे है। फर्श पर पूरी तरह पानी पानी रहते है, जिसमें बच्चों को बैठते नहीं बनता। वहीं बच्चे स्कूल के बाहर रोड पर बैठकर पढ़ रहे है। इस पानी में कॉपी किताबे गिर जाने और कपड़े गीले हो जाने जैसी परेशानिया भी बच्चो को झेलनी पड़ रही है।
हमारे संवाददाता ने सारंगढ़ विकासखण्ड के सरकारी स्कूल का मुआयना किया तो सभी कक्षों में बच्चे टपकटी छत और फर्श पर जमे पानी से परेशान मिले। वही बात करे तो प्राइवेट स्कूलों कि, तो वहां बच्चे बेहतर भवनों में पढ़ रहे है। सरकारी स्कूलों के तुलना में सबसे आगे प्राइवेट स्कूलों की व्यवस्था नजर आती है। उन्हें मौसम से जुड़ी कोई परेशानी झेलनी नही पड़ती है।
सारंगढ़ के ग्राम नौरंगपुर में शासकीय माध्यमिक स्कूल कटराडीह नौरंगपुर संकुल होने के बाद भी सिर्फ एक शिक्षक और एक ही शिक्षिका होने से बच्चों का ठीक तरह पठाई न होने को लेकर ग्रामीणों द्वारा लगातार शिक्षकों की मांग की जा रही है, परंतु अभी तक मांग पुरी नहीं की जा रही है। इस संबंध में जिला अध्यक्ष अजेश अग्रवाल को लिखित मे अवगत करने की व क्षेत्रीय विधायक को मैखिक रुप से कई बार बताया जा चुका है। परंतु किसी प्रकार से शासकीय स्कूलों पर किसी का ध्यान न होने से दिनोंदिन शिक्षा का स्तर गिरता नजर आ रहा हैं।