बाल्मीकि वर्मा की रिपोर्ट
बेहन्दर/हरदोई-भगवान श्री कृष्ण जी के जन्मोत्स्व के उपलक्ष्य में विकास खंड बेहन्दर की ग्राम सभा महमुदपुर लाल्ता के गोकरन खेडा में मोहान रोड लखनऊ से अपने सहयोगियों के साथ पधारी कथावाचक बाल योगेश्व्वरी सुमन शास्त्री जी के साथ ढोलक पर संगत कर रहे ललित कुमार गुप्ता निवासी लखनऊ अरगन पर सर्वेश जी निवासी सीतापुर व चिमटा पर संगत कर रहे गोकरन खेडा निवासी शयामू वर्मा जी के द्वारा सात दिवसीय श्री मद भागवत महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर गोकरन खेडा में कमेटी व सहयोगियो के द्वारा इस कथा का आयोजन कराया जा रहा है दिनांक 2/9/18 दिन रविवार व सोमवार को कथा का शुभारंभ कृष्ण आरती से किया गया तथा दो दिन कृष्ण जी का जन्मोत्सव मनाया गया व कृष्ण लीला का आयोजन हुआ जिसमें मोहिनी वर्मा ने भगवान श्री कृष्ण जी का किरदार किया झलक वर्मा ने राधा जी का किरदार निभाया इसके अलावा शिल्पी वर्मा मान्शी वर्मा रोशनी वर्मा पूर्वी वर्मा व संगीता वर्मा ने राधा की सखियों का किरदार निभाया और झाकियां निकाली आप लोंगो को बताते चले कि देवेन्द्र कुमार वर्मा निवासी गोकरन खेडा ने कृष्ण लीला में भगवान श्री कृष्ण जी का किरदार निभाया अरविंद कुमार वर्मा निवासी गोकरन खेडा ने कंस का किरदार निभाया गोरेलाल वर्मा ने देवकी का जगरूप ने वसुदेव का करन वर्मा ने नंदबाबा का रामबालक ने यशोदा का किरदार निभाया इसके अलावा शास्त्री जी के सहयोगी आशुतोष जी ने कंस के मंत्री का किरदार अदा किया कथा के चौथे दिन शंकर जी के विवाह का आयोजन हुआ जिसमें महेन्द्र कुमार वर्मा निवासी गोकरन खेडा ने शंकर जी का किरदार निभाया तथा पार्वती का किरदार गोकरन खेडा निवासी गोरेलाल वर्मा ने किया शनिचर व नंदी का किरदार गोकरन खेडा निवासी दिनेश वर्मा ने निभाया करन वर्मा ने सुख्ख का किरदार निभाया इसके अलावा रामबालक उर्फ हप्पू ने डायन का किरदार निभाकर महफ़िल में चार चांद लगा दिये पांचवें दिन गोवर्धन जी की पूजा का आयोजन हुआ जिसमें गांव की माताओं बहनों ने पूजा अर्चना की छठ्ठे दिन भगवान श्री कृष्ण के द्वारा कंस का वध किया गया कथा के सातवें दिन शास्त्री जी के द्वारा नरसी के भात की कहानी सुनाई गई जिसमें द्वारिका धीश के द्वारा भात भरा गया और भगवान अपने भक्त की लाज बचाकर उसका मान बढाया इसके अलावा आप को बताते चले कि बाल योगेश्वरी सुमन शास्त्री जी की जादुई रूपी आवाज ने आसपास के गांव चांदू, दुलारपुर, दिवारी,महमूदपुर लाल्ता, अटुका, सधा खेडा सहित आदि गांव के भक्तगण आकर कथा को सुनते है।