चकिया/चन्दौली पूर्व राष्ट्रपति स्व०ज्ञानी जैल सिंह सभी वर्गो को साथ लेकर चलने में विश्वास रखते रखते थे उनका विचार व व्यवहार समाजवादी विचार धारा का था,उनके पद चिन्हों पर चल कर आप अपने समाज को संगठित करें।उक्त बातें मंगलवार को अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के मंच से बोलते हुए बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री उ०प्र०सरकार राम आसरे विश्वकर्मा ने कही।उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति स्व०ज्ञानी जैल सिंह को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि स्व०ज्ञानी जैल सिंह की पैदाइश एक बढ़ई किसान परिवार में हुई थी वे बराबर सामाजिक तौर से पिछड़े लोगो को आगे लाने के लिए काम किये,आज उनके कृतित्व व व्यक्तिगत हमारे लिए मंत्र का काम करते है।उन्होंने अपने समाज के लिए कहाकि संघर्षों से ही राजनीति की शुरुआत होती है अन्याय व शोषण का सभी लोग एकजुट होकर डट कर मुकाबला करें ,जब कभी भी आवश्यकता होगी हम आधी रात को आप के दरवाजे पर मौजूद मिलेंगे।उन्होंने कहाकि समाज में जब तक सामाजिक ताकत और इसके बल पर राजनैतिक ताकत हमे नही मिल जाती तब तक हम आगे नही बढ़ सकते उन्होंने कहाकि सपा सरकार ने सभी वर्गो को विभिन्न योजनाओं से जोड़ने व मजबूत करने का काम किया था लेकिन भाजपा सरकार ने सभी सामाजिक योजनाओं को बन्द कर दिया है जिससे पिछड़े वर्गो का विकास अवरुद्ध हो गया है।इस दौरान उन्होंने विश्वकर्मा समाज के मेधावी छात्र एंव छात्राओं को सम्मानित किया तथा ठटाके की ठंड को देखते हुए जरुरतमंदों के बीच कम्बलों का भी वितरण किया।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष ज्यूत बंधन विश्वकर्मा, जमुना विश्वकर्मा,राम विलास विश्वकर्मा,कमलेश विश्वकर्मा,नन्दलाल विश्वकर्मा,हरेन्द्र विश्वकर्मा, विजय बहादुर,राजेश’राजू’,सत्य नारायण,संतोष विश्वकर्मा, राधेश्याम,अजय विश्वकर्मा,राम अवतार,छन्नू लाल,राजेश,पूर्व विधायक पूनम सोनकर,चेयरमैन अशोक बागी,अभिषेक बहेलिया,डा०राम अधार जोसफ,अश्वनी सोनकर,प्रभु नारायण यादव,राम प्रताप यादव,गुरु यादव,भरत यादव सहित कई लोग मौजूद रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता राम किशोर शर्मा’बेहद’तथा संचालन सुभाष विश्वकर्मा ने किया।