उन्नाव : जनप्रतिनिधियों व जिला प्रशासन की लापरवाही से लोगों को नहीं मिली बाढ़ राहत सामग्री, लोग नाराज

जितेंद्र गौङ की रिपोर्ट :

उन्नाव : जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ पीङित लोगों के लिए घोषित राहत सामग्री वितरित के नाम पर बङा खेल किया जा रहा है। अधिकारी सिर्फ चहेते लोगों के लिए ही राहत सामग्री वितरित कर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। सैकड़ों बाढ़ पीङित लोगों ने लेखपाल पर आरोपों की झड़ी लगा दी। लेखपाल देवी पुरवा ने सफाई देते हुए कहा कि जितना आया था बांट दिया, जबकि 192 परिवारों की जगह 102 परिवारों को ही राहत सामग्री मिली। 90 परिवार अभी भी अछूते है। बाढ़ वितरण केंद्र पर सैकड़ों लोगों को निराश होकर वापस लौटना पङ रहा है। प्रशासन की बङी लापरवाही देखने को मिल रही है। ऐसे में सवाल ये है कि कब प्रशासन जागेगा ?



सदर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत माना बंगला, लल्तू पुरवा,बाबू बंगला,देवी पुरवा सहित 21 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। घर की रखवाली करने के लिए गांव में काफी लोग डेरा जमाए हुए हैं। वहीं जिला प्रशासन द्वारा वितरित की जा रही राहत सामग्री पर देवी पुरवा व बंदन पुरवा गांव निवासी गुड्डू,जगन पाल, मनोज,राम रती,रेशमा,माधुरी,सुमन कश्यप,सोनी निषाद सहित सैकड़ों लोगों का कहना है कि हम लोगों को तीन दिन से बलखंडेश्वर मंदिर परियर में बाढ़ राहत केंद्र पर राहत सामग्री के लिए बुलाया जाता है। फिर खाली हाथ वापस लौटा दिया जाता है। लेखपाल कहते हैं कि राशन सामग्री खत्म हो गई। जब आयेगी मिल जायेगी। लोगों ने लेखपाल पर अपने चहेते लोगों के नाम ही लिस्ट बना कर सामग्री दिए जाने का आरोप लगाया है। कुछ भी हो प्रशासन के पास अभी बाढ़ प्रभावित लोगों के सही आंकडे भी नहीं है, जिससे सभी लोगों को राहत सामग्री नहीं मिल रही है।



सदर तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांव पानी में पूरी तरह से डूबे हुए हैं। गांव की गलियों में नाव चल रही है। प्राथमिक विद्यालय भी पानी से भरा हुआ है। कुछ लोग अभी भी घरों की रखवाली करने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल कर गांव में ही डेरा जमा रखा है। बाढ प्रभावित गांवों का सड़क मार्ग से सम्पर्क कट गया है और चारों ओर पानी ही भरा हुआ है। देवी पुरवा की राम रती का कहना है कि गांव का कोटेदार 30 रुपये प्रति लीटर की दर से केरोसीन बांट रहा है। देवी पुरवा के ही सरोज कुमार बताते हैं कि लेखपाल ने हमारा नाम बाढ़ प्रभावित लोगों में शामिल ही नहीं किया, जिससे हमको शासन द्वारा किसी भी तरह की राहत सामग्री नहीं मिल रही है।



बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे प्रभारी मंत्री, सदर विधायक, जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक, उपजिलाधिकारी सदर, नयाब तहसीलदार आदि उसके बाद भी बाढ़ राहत सामग्री वितरित होने में बङा खेल किया जा रहा है। अधिकारियों की मिलीभगत से अपने चहेते लोगों को सामग्री दी जा रही है। 21 गांव बाढ़ से घिरे हुए वहां पर रह रहे ग्रामीणों ने जानकारी दी है कि प्रशासन द्वारा कोई राहत सामग्री व पुलिस प्रशासन नहीं आता है। बाढ़ प्रभावित लोगों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है ।इस बाढ़ प्रभावित लोगों को सामग्री नहीं मिल रही है।


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