राघवेंद्र तिवारी की रिपोर्ट :
लखनऊ : निगोहा में सूदखोर का जुल्म रुकने का ही नाम नही ले रहा है।निगोहा के एक किसान ने बेटे की शादी में तीन साल पहले दस हजार रुपये लिया और ब्याज मिलाकर 23 हजार रुपये दे डाले उसके बाद भी सूदखोर ने 50 हजार का बकाया बताकर उसको प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।इससे तंग आकर पीड़ित किसान ने सीएम से शिकायत की है।जिसकी जांच निगोहा पुलिस को मिली है।
निगोहा के रामदासपुर गांव के रहने वाले किसान छेदालाल ने बताया कि उसने तीन साल पहले अपने बेटे की शादी में दस हजार की रकम निगोहा में ब्याज पर देने वाले एक दुकानदार से ली थी। जिस पर दुकानदार ने उसी समय ब्याज का पैसा काटकर 9 हजार रूपये दिए थे।और उसके बाद ब्याज के नाम पर 23 हजार रुपये दुकानदार को दे दिए उसके बाद भी दुकानदार ने किसान से ब्याज की रकम की मांग करता रहा और मना करने पर प्रताड़ित करने लगा।इससे परेशान होकर किसान ने सीएम से शिकायत की जिसकी जांच निगोहा थाने के एसआई हरिकेश सिंह को मिली है।इस मामले मे जांच अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और ब्याज पर पैसा देने वाले दुकानदार ने बताया कि उसने जो पैसा दिया था उसमें से उसे अभी कोई रकम नही प्राप्त हुई है।
इलाके में सूदखोर का फैला है जाल
ग्रामीणो ने बताया इसके पहले भी गरीबो को ब्याज पर पैसा देने के बाद खून चूसने के मामले उजागर हो चुके है।पर स्थानीय स्तर पर दबा दिए गए।यही वजह है कि सूदखोर ने गांव-गांव अपने एजेंट फैला रखे है।यही नही सूदखोर ने ब्याज वसूली के नाम पर कई गरीबो की जमीनें जबरदस्ती अपने नाम करा ली है।
थाने के बगल में सालों से चल रहा है कारोबार
ग्रामीणो के मुताबिक सूदखोरी का कारोबार पिछले एक दशक से निगोहा थाने के बगल में बने कोठीनुमा पैलेस से चलता चला आ रहा है।और इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को भी रहती है पर थाने के एक प्रभावशाली सिपाही के संरक्षण में ये करोबार चलता चला आ रहा है। वही पीड़ित राधे ने भी अपने सीएम को दिए शिकायती पत्र में भी आरोप लगाया है कि सूदखोर ने पुलिस के माध्यम से पैसा वसूल करने की धमकी दी है।