नई दिल्ली : पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव की मतगणना शुरू हो गई है। शुरुआती रुझानों में बीजेपी को तगड़ा झटका लगता दिख रहा है। छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार है और यहां कांग्रेस बीजेपी को कड़ी टक्कर देती नजर आ रही है। मध्यप्रदेश में शिवराज की वापसी पर संशय बरकरार है, लेकिन राजस्थान और छत्तीसगढ़ के नतीजों के रुझान के आधार पर यह कहा जा सकता है कि इन दोनों राज्यों से बीजेपी की विदाई तय है।
बांकी के 2 राज्यों मिजोरम और तेलंगाना में भी बीजेपी की हालत खस्ताहाल है और यह भी वह सरकार बनाने की स्थिति में बिल्कुल नजर नहीं आ रही है। कुल मिलाकर अब तक के चुनावी रुझानों में बीजेपी क्लीन स्वीप होती हुई नजर आ रही है।
बात मध्यप्रदेश की करें तो यहाँ रुझानों में लगातार उलटफेर जारी है। कभी बीजेपी कांग्रेस से बढ़त बनाती हुई नजर आ रही है तो कभी कांग्रेस बीजेपी को पछाड़ती हुई नजर आ रही है। कुल मिला कर शिवराज सरकार की वापसी पर संशय बरकरार है, लेकिन अगर बीजेपी को यहाँ पूर्ण बहुमत नहीं मिलता है तो बीजेपी ने कांग्रेस के मंसूबों पर पानी फेरने का प्लान तैयार कर लिया है।
सूत्रों की मानें तो मध्य प्रदेश में पूर्ण बहुमत ना मिलने की स्थिति में बीजेपी, बसपा के साथ गठबंधन कर सकती है। बसपा से गठबंधन की बात इसलिए भी उठ रही है क्योंकि भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कह दिया है कि बसपा से गठबंधन पर पार्टी फैसला करेगी, यानि उन्होंने गठबंधन की बात को खारिज नहीं किया है।
बात अगर बसपा और भाजपा की राजनीतिक़ एजेंडे की करें तो दोनों पार्टियों के राजनीतिक एजेंडे में बड़ा फर्क है और दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर लगातार करारे हमले बोलती आई है, लेकिन जब बात मध्यप्रदेश में कांग्रेस को मात देने की हो, तो ऐसी स्थिति में दोनों पार्टियों के साथ आने के आसार नजर आ रहे हैं। मध्य प्रदेश में अगर बसपा और भाजपा एक साथ आती है इसका बड़ा असर 2019 के चुनाव में देखने को मिल सकता है, क्योंकि दलितों के बीच मायावती अब भी बहुचर्चित है और 2019 के चुनाव में बीजेपी को इनका लाभ मिल सकता है।