मनोज कुमार चौबे की रिपोर्ट
आजमगढ़ : जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी की अध्यक्षता में गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद में पशुचर (गोशाला) के निर्माण के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई। डीएम ने बताया कि जनपद में स्थापित होने वाले गोशाला के संचालन के लिए जिला गो-संरक्षण समिति आजमगढ़ बनाई जा रही है जिसकी आजीवन सदस्यता शुल्क 11 हजार रुपये एवं वार्षिक सदस्यता शुल्क एक हजार रुपया है।
उन्होंने एनजीओ एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधियों का आह्वान किया कि जिला गो-संरक्षण समिति में आजीवन सदस्यता या वार्षिक सदस्यता शुल्क जमा कर सदस्य बनें और जिला गो-संरक्षण समिति को संचालित करने में अपना सहयोग प्रदान करें। बताया कि तमौली ग्राम में पशुचर की सात एकड़ जमीन है, जिस पर गोशाला के लिए एक अस्थाई शेड बनाया जाएगा। उसमें बेसहारा पशुओं (गाय और बैल) रखे जाएंगे। साथ ही पशुचर की खाली जमीन पर गाय के गोबर व गोमूत्र से खाद बनाई जाएगी। कहा कि हमें नेचुरल फार्मिग की ओर बढ़ना चाहिए। बताया कि देशी गाय के दूध में ए-टू प्रोटीन पाई जाती है जो कैंसररोधी है।
उन्होंने एसडीएम निजामाबाद वागीश कुमार शुक्ल को निर्देशित किया कि तहबरपुर स्थित पशुचर की जमीन को खाली कराते हुए चहारदीवारी कराएं। एसडीएम सदर अरुण कुमार ¨सह को भी निर्देशित किया कि शहरी क्षेत्र मे जितने पशुचर की जमीन हैं, उसका चिह्नांकन करें। रामपुर व महामृत्युंजय अस्पताल के पीछे स्थित पशुचर की जमीन का निरीक्षण करते हुए रिपोर्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर सीआरओ आलोक कुमार वर्मा, एडीएम एफआर गुरुप्रसाद, एडीएम प्रशासन नरेंद्र ¨सह, प्रणीत श्रीवास्तव, समस्त एसडीएम, स्वयं सेवी संस्थाओं व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधि थे।