संतोष शर्मा की रिपोर्ट :
बलिया : स्वास्थ्य विभाग द्वारा जोर शोर से चलाए जा रहे मिजिल्स-रूबेला टीकाकरण अभियान का बुधवार को उस वक्त हवा निकल गई जब नगरा थाना क्षेत्र के देवरिया गांव में टीकाकरण के बाद डेढ़ दर्जन बच्चों की हालत खराब हो गई। बच्चों की हालत बिगड़ती देख विद्यालय के शिक्षक परेशान हो उठे। गांव में खबर फैलते ही विद्यालय परिसर में भीड़ इकट्ठा हो गई। सूचना के बाद नगरा से दो घण्टे बाद पांच एम्बुलेंसों के साथ चिकित्सक विद्यालय पर पहुँचे और विद्यालय पर ही प्राथमिक उपचार के बाद बीमार सभी बच्चों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगरा ले आए,जहाँ उनका इलाज जारी है।
क्षेत्र के देवरिया गाँव मे सभी विद्यालयों पर खसरा एवं रूबेला का टीका लगाया जा रहा है।रामजन्म उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पर स्टाफ नर्स विंदु यादव की देख रेख में टीका लगाया जा रहा था।टीका लगाए जाने के आधे घण्टे बाद कक्षा 8 की विद्याभारती,हर्षित,दीपिका, गोल्डी, मोनिका, कक्षा 4 की मंचू सिंह, अंजनी, श्वेता, कृष्णा, राधेश्याम, अभय कुमार, कक्षा दो की प्रिया, चांदनी, अनामिका के अलावे कक्षा 7 के साधना, श्वेता आदि डेढ़ दर्जन छात्र छात्राओं को पेट दर्द ,सिर दर्द,उल्टी व चक्कर आने लगा जिससे विद्यालय में हड़कंप मच गया।स्टाफ नर्स बच्चों की हालत खराब देख विद्यालय से भाग गई।
विद्यालय द्वारा जिले के आला अफसरों को बार बार मोबाइल से सूचना दी जा रही थी, तब दो घण्टे बाद नगरा से डॉ राहुल सिंह पांच एम्बुलेंस के साथ विद्यालय पर पहुँचे और विद्यालय पर ही बच्चों का प्राथमिक उपचार आरम्भ कर दिए।प्राथमिक उपचार के बाद सभी बच्चों को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगरा आए, जहाँ उनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ अमित राय के देख रेख चल रहा है।डॉ अमित रायने बताया कि बच्चे दहशत में है।खतरे में नही है। उनका स्वास्थ्य ठीक है।