बजरंगी प्रसाद चौधरी की रिपोर्ट
जोगिया सिद्धार्थ नगरसामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोगिया अस्पताल मे डॉक्टर का व्यवहार आया सामने सी एच सी जोगिया मे तैनात एक डाक्टर का व्यवहार मरीजों के प्रति ठीक नहीं ऐसा लगता है की डाक्टर नहीं जेलर है तुम तम की भाषाओ का प्रयोग किया जाता है इतना ही नहीं कोई मरीज अगर कुछ जानकारी लेना चाहे तो कमरे के बाहर का रास्ता दिखाया जाता यही रवैया पत्रकार के साथ किया गया डाक्टर का कहना है मुझे किसी अधिकारी से कोई डर नहीं चाहे मुख्य चिकित्सा अधिकारी हो या कोई हाई कमान किसी से कोई डर नहीं तुम तम की भाषा इनके खून मे जमी हुई है अगर इनका रवैया यही रहा तो अस्पताल का क्या होगा करोड़ो की लागत से बनी अस्पताल मे अगर इतने व्यवहार कुशल डा०रहे तो निश्चित है मरीजों को कही और या प्राइवेट मे भागना पड़ेगा जो जनता के साथ अन्याय होगा जहा सरकार हर सुविधा देना चाहती है वही ऐसे डा० से अस्पताल के ऊपर बुरा असर पड़ेगा इंचार्ज डाक्टर अस्पताल मे क्या सिखाये या सिखाते है या मीटिंग ही नहीं होती यहां पर जो दवाये उपलब्ध नहीं वह भी लिखी जाती है डा० द्वारा और यहां आर्युवेद के कमरे व होमियो पैथ के कमरे मे ताला लटका पाया गया या अभी डॉ ही तैनात नहीं वही पैथालॉजी कमरे मे भी ताला बंद पाया गया आखिर कैसे हो मरीजों का इलाज ज़ब ऐसे डाक्टरों का व्यवहार ही ऐसा हो, इसके जिम्मेदार कौन सी एम ओ या सरकार ।