गया से साजिद इक़बाल की रिपोर्ट:
गया करबला में 10 तारीख बरोज़ इतवार 9 बजे दिन में ज़िक्रे रसूल ए पाक का आयोजन किया जाएगा।इस जलसे में सुन्नी उलिमा और शिया के उलिमा सिराते पाक के हवाले से अपने ख्यालात का इज़हार करेंगे। मौजूदा वक़्त में इस बात की ज़रूरत भी है के शिया व सुन्नी आपसी इख़्तेलाफ को खत्म करके मुत्तहिद होने का साबुत पेश करें क्योंकि दुनिया के ज़्यादातर मुल्को में मसलकि बुनियाद पर फुट डालने की कोशिश की जा रही है ये प्रोग्राम आपसी खलीज को पाटने की बेहतर कोशिश है। मोहम्मद साहब ने फ़रमाया है के सारे इंसान आदम से है और आदम मिट्टी से बनाये गए हैं। किसी अरबी को अज़मी पर किसी गोरे को काले पर अहमियत हासिल नहीं है।
मोहम्मद साहब ने इंसान को इंसान से मोहब्बत करने की हिदायत दी है।
जिसमे शिया और सुन्नी के मौलाना मोहम्मद साहब के किरदार व अमल अख़लाक़ वा मोहब्बत , पडोसी और हुब्बुल वतनी (देश से मोहब्बत) पर रौशनी डालेंगे।
जलसे का आगाज़ सुबह 9 बजे तेलवाते कलाम पाक से होगा ।
तिलावत ए क़ुरान ए पाक हाफिज चाँद मदनी करेंगे प्रोग्राम का संचालन सयैद शाह शब्बीर आलम क़ादरी करेंगे नात ख्वानी में सुल्तान रज़ा बरेलवी (यू.पी) इस जलसे में मौलाना सयैद तस्लीम रज़ा नक़वी , मौलाना सयैद साबिर रज़ा, मौलाना सयैद शाह पीर अरशद अफ़ज़ली असदकी करेंगे । इस जलसे में औरतों के पर्दे के खास इन्तेज़ाम किया जाता है। यह प्रोग्राम के आयोजक वालंटियर ऑफ करबला की तरफ से 5 सालों से किया जा रहा है। मोहम्मद साहब की जो खिदमात रही है इंसानियत के लिए उसपर प्रकाश डालने के लिए प्रोग्राम किया जा रहा है। आप सभी से गुजारिश है कि वक़्त पर तशरीफ़ लाएं।
ये प्रोग्राम वालंटियर ऑफ़ करबला की तरफ से किया जा रहा है । इस मौके पर साजिद इक़बाल,अकरम रज़ा,एस तस्लीम अहमद(शाद),एहसान,नैय्यर आज़म, विक्की,अरमान,आरिफ,गोल्डेन वा अन्य वालंटियर मौजूद थे।