चंद्रकांत तिवारी की रिपोर्ट :
कानपूर : पानी में डूबकर हुयी एक रहस्मय मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस को सबूत की तलाश में कब्रिस्तान में दफ़न की गयी लाश खोदकर निकलवानी पड़ी। अब डाक्टरों का पैनल दुबारा पोस्टमार्टम करके जानने की कोशिश करेगा कि उसकी ह्त्या की गयी है या पानी में डूबकर मौत हुयी है। फिलहाल दफ़न की गयी लाश को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
गोविन्द नगर थाना क्षेत्र का रहने वाला सौरभ गौतम प्लम्बर का काम करता था। 8 जुलाई को डेढ़ बजे वह अपने 6 दोस्तों के साथ इंडस्ट्रियल एरिया में बनी नहर में नहाने गया था। उसी दिन चार बजे उसके दोस्तों ने बताया कि पानी में डूबकर सौरभ की मौत हो गयी है। पुलिस ने सौरभ का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया था। सौरभ के परिजनों ने शव को नजीराबाद के कब्रिस्तान में दफना दिया था, लेकिन उसके परिजनों को शक था कि उसकी मौत पानी में डूबने से नहीं बल्कि उसको उसके दोस्तों ने ज़हर देकर मारा है।
सौरभ के परिजनों ने 6 अगस्त को जिलाधिकारी से मिलकर इसकी शिकायत की थी, जिसपर मजिस्ट्रेट और डिप्टी एसपी के नेतृत्व में कब्र को खोदकर लाश बाहर निकाली गयी। सौरभ की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जहाँ पर डाक्टरों का एक विशेष पैनल इसकी जांच करेगा कि सौरभ की मौत ज़हर से हुयी है या पानी में डूबकर। मृतक सौरभ के भाई मोहित ने उसके 6 दोस्तों पर ज़हर देकर मारने का शक ज़ाहिर किया है। मोहित ने बताया की पहले तो पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए पकड़ा था, लेकिन दो दिन बाद उनको छोड़ दिया था।
गोविन्द नगर थाने के सर्किल अफसर का कहना है कि सौरभ का पहले पोस्टमार्टम हुआ था। उस समय जो रिपोर्ट आयी थी, उस पर इनको विश्वाश नहीं था। जिसके बाद इन लोगो ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया था। उनके आदेश पर शव को कब्र से निकलवाकर दुबारा पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है।