बलिया 16 एवं 17 फरवरी, 2019 को दिव्य कुम्भ प्रयागराज में 26वाँ पृथ्वी पर्व राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन ” दिव्य प्रेम सेवा मिशन ” के भव्य एवं दिव्य सभा पाँडाल में आयोजित हुआ, जिसके संयोजक रहे राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के माननीय कुलपति प्रो० के० एन० सिंह। प्रो० सिंह जनपद बलिया के ही निवासी हैं। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में विशेष व्याख्यान के लिए अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय दूबेछपरा, बलिया के पूर्व प्राचार्य एवं पर्यावरणविद् डा० गणेश कुमार पाठक को भी आमंत्रित किया गया था। वैसे इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में बलिया से डा० संजीव चौबे, डा० सुनील ओझा, डा० सुनील चतुर्वेदी, डा० भोलेन्द्र सिंह एवं डा० बृजेश मिश्र ने भी अपनी सहभागिता सुनिश्चित की।
गोष्ठी में सहभागिता निभाकर लौटे डा० गणेश कुमार पाठक ने बताया कि इस संगोष्ठी में पूरे भारत से विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ अपना विचार प्रकट किए। डा० पाठक ने बताया कि यह संगोष्ठी बलिया के लिए भी विशेष मायने रखती है, किरण कि बलिया जनपद भी गंगा घाटी का एक विशिष्ट भौगोलिक अंश है, जिसकी अपनी विशिष्ट विशेषताएँ, विविधताएँ एवं विकासजन्य समस्याएँ है। ,भस्याओं का निराकरण करके ही बलिया जनपद को विकास के पथ पर अग्रसर किया जा सकता है । इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में डा० पाठक का व्याख्यान भी पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं खासतौर से बलिया जनपद के” जल संसाधन एवं पर्यावरण संरक्षण पर केन्द्रित रहा। उन्होंने पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित बलिया जनपद के जल संसाधन, भूमिगत जल में आर्सेनिक एवं आर्द्र भूमि से संबंधित समस्याओं को प्रकाश में लाते हुए उनके समाधान हेतु एवं विकास हेतु अपने सुझाव प्रस्तुत किए । डा० पाठक ने बताया कि यदि सम्पूर्ण गंगा घाटी का संविकास एवं समग्र विकास करना है तो इसके लिए एक समन्वित योजना बनाकर उसके अनुसार विकास के पथ पर अग्रसर होना होगा ।