पटना : बिहार की महागठबंधन की सरकार में बवाल थमता नज़र नहीं आ रहा है। नित नए-नए मुद्दों के साथ महागठबंधन में जारी घमासान बढ़ता ही जा रहा है, जिसको देख कर राजनीती के धुरंधर ये अनुमान लगा रहे हैं कि अब इस महागठबंधन का काउंटडाउन शुरू हो गया है। गौरतलब है कि सीबीआई द्वारा लालू के बेटे तेजस्वी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में मुकदमा दर्ज़ होने के बाद अब नीतीश कुमार पर तेजस्वी को सरकार से हटाए जाने की मांग की जाने लगी है। बता दें कि तजस्वी फिलहाल बिहार के डिप्टी सीएम का पदभार संभाल रहे हैं। वहीँ खबर है कि 72 घंटों के अंदर नीतीश कुमार तेजस्वी को लेकर बड़ा फैसला लेंगे।
दरअसल नीतीश कुमार चाहते हैं कि खुद लालू यादव तेजस्वी यादव को इस्तीफा देने के लिए कहें, इसके लिए उन्होंने शनिवार शाम तक का समय दिया है। हालांकि सार्वजनिक मंच पर केसी त्यागी ने कहा है कि जिस तरह से भ्रष्टाचार के तमाम आरोप तेजस्वी और तेज प्रताप पर लगे हैं उसकी ये लोग जनता के बीच सफाई दें।
तेज प्रताप ने अपनी सफाई में कहा कि जिस वक्त का यह मामला है उस वक्त मेरी उम्र महज 14 वर्ष थी, मेरी मूंछ भी नहीं आई थी, बताइए क्या मैं भ्रष्टाचार करुंगा। उन्होंने आरोप लगाया था कि लालू यादव के खिलाफ इसलिए कार्रवाई हो रही है क्योंकि वह लगातार भाजपा और नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट कर रहे हैं और केंद्र सरकार के खिलाफ अभियान चला रहे हैं।
वहीं नीतीश कुमार के नजरिए से देखा जाए तो यादव परिवार पर तमाम भ्रष्टाचार के आरोप ऐसे समय पर लगे हैं जब उन्होंने कुछ अहम मौकों पर भाजपा का साथ दिया है। नोटबंदी से लेकर राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर नीतीश कुमार ने भाजपा का साथ दिया। ऐसे में माना जा रहा है कि अगर लालू के साथ उनका गठबंधन खत्म होता है तो भाजपा उन्हें अपना समर्थन दे सकती है।