नई दिल्ली : 15 वर्षों से मध्य-प्रदेश की सत्ता से दूर कांग्रेस इस बार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के किले को ध्वस्त करने का ाप्लां बना रही है, लेकिन समय-समय पर पार्टी में जारी अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ रही है जो कांग्रेस के लिए चिंता का विषय है। कांग्रेस में जारी खींचतान उस समय नज़र आई, जब राहुल गाँधी के मौजुदगी में हीं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया आप में भीड़ गए। दोनों के बीच काफी कहासुनी हुई। ये सब कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बुधवार रात हुई बैठक के दौरान हुई।
पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में अपने-अपने उम्मीदवारों को टिकट दिलाने के लिए वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया आपस में भिड़ गए। शुरुआती बहस कुछ ही देर में तीखी नोक-झोंक में बदल गई. दोनों में काफी समय तक तू-तू-मैं-मैं भी चलता रहा। यह सब कुछ राहुल गांधी की मौजूदगी में हुआ।
वहीँ दोनों के बीच जब बात नहीं बनी तो विवाद सुलझाने के लिए राहुल गांधी को तीन सदस्यीय समिति बनानी पड़ी. सूत्रों के मुताबिक, सिंधिया और दिग्विजय की खुली जंग से राहुल के चेहरे पर गुस्सा साफ देखा जा सकता था। तीन सदस्यीय समिति के सदस्यों अशोक गहलोत, वीरप्पा मोइली और अहमद पटेल की इस समिति ने पार्टी के वॉर रूम 15 गुरुद्वारा रकाबगंज रोड में रात 2.30 बजे तक मामले को सुलझाने के लिए बैठक की।
लेकिन समिति की बैठक में पूरा मामला नहीं सुलझ सका, इसलिए आज सुबह 9 बजे से फिर बैठक जारी है। पार्टी की ओर से सभी नेताओं को इस विवाद पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया गया है।