प्रवीण कुमार मिश्रा की रिपोर्ट :
श्रावस्ती : जिले में धान खरीद का हाल बेहद बुरा है।वही समितियों पर किसानों को खाद भी नहीं मिल पा रही है। गुरुवार को सीएम योगी आदित्य नाथ ने लक्ष्मण नगर के जिस क्रय केंद्र का निरीक्षण किया।यहां पहले से ही प्रशासन ने व्यवस्था को चुस्त कर दिया था। ऐसे में सीएम व्यवस्था का बनावटी चेहरा देखकर वापस लौट गए।
धान खरीद में साधन सहकारी समितियों का हाल सबसे बदहाल है। यहां केंद्र प्रभारियों ने धान खरीद के लिए मनमाना रेट तय कर लिया है। मिलर से पास कराने के लिए पहले नमूना लेकर खेल खेला जा रहा है। नमूने को फेल बता कर औने-पौने कीमत पर केंद्र प्रभारी धान खरीदते हैं। इस बदहाली को लेकर किसान लगातार अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के दौरे में धान क्रय केंद्र का निरीक्षण प्रस्तावित था।
किसानों को उम्मीद थी कि पीसीएफ के केंद्रों तक मुख्यमंत्री पहुंचे तो उन्हें समस्याओं का आभास होगा। इससे पीड़ा कुछ कम होगी, लेकिन प्रशासन ने ऑल इज बेल दिखाने के लिए नेवरिया में संचालित भारतीय खाद्य निगम के लक्ष्मननगर क्रय केंद्र का निरीक्षण कराया। यहां तीन दिन पहले से ही अभिलेखों को दुरुस्त कर व्यवस्था चुस्त कर ली गई थी।जिससे किसानों के वास्तविक पीड़ा से सीएम रूबरू नहीं हो पाए।
किसान राज कुमार तिवारी, लालडा प्रसाद पांडेय, रामदयाल, ननकऊ प्रसाद वर्मा आदि ने बताया कि प्रशासन कुछ देख नहीं रहा है। सीएम भी समस्याओं से मुंह मोड़ कर चले गए। ऐसे में यह स्पष्ट है कि किसानों का भला सोचने वाला कोई नहीं है।