राजेश पाल की रिपोर्ट :
अमेठी : एक ओर केंद्र व प्रदेश की सरकार जहां सब को रसोई गैस उपलब्ध कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है और उज्जवला जैसे कार्यक्रम को चला कर हर घर में गैस सिलेंडर पहुंचाने की महत्वाकांक्षी योजना चला रही है, वहीं कस्बे के अगल-बगल खुली गैस एजेंसी शुकुल बाजार में अपना गैस सिलेंडर बिक्री करने के लिए होम डिलीवरी के नाम पर उपभोक्ताओं की जेब ढीली करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जबकि नियमत: ग्रामीण क्षेत्र में 15 किलो मीटर तक की होम गैस डिलेवरी निशुल्क है। उपभोक्ताओं की जेब ढीली कर अवैध कमाई करने के लिए गैस एजेंसियों ने शुकुल बाजार को हब बना लिया है।
प्राप्त विवरण के अनुसार शुकुल बाजार में होम डिलीवरी देने के नाम पर एचपी की गैस एजेंसी सुबेहा,जनपद बाराबंकी,व एच पी गैस एजेंसी साहबश्री उमापुर,जनपद अयोध्या, जिनकी दूरी शुकुलबाजार मुख्यालय से 10 से11किमी है। इनके सहित अनेक गैस एजेंसी के लोग शुकुल बाजार व इर्द-गिर्द क्षेत्रों में होम डिलीवरी के नाम पर गैस देने के लिए निर्धारित मूल्य से 50 से 70 रुपय भाड़े के नाम पर वसूल रहे हैं। उनके द्वारा न तो उपभोक्ताओं को उसकी रसीद दी जाती है और न ही उसका कोई हिसाब। सरकार जहां निर्धारित मूल्य पर सबको गैस उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित है वही गैस एजेंसी द्वारा उपभोक्ताओं के जेब पर डाका डाल रही हैं।
इस बात को लेकर उपभोक्ताओं व कर्मचारियों के मध्य तू तू मैं मैं भी होती है, परंतु इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। उपभोक्ता मजबूरी बस गैस लेने के लिए इन का इंतजार करता है। प्रतिदिन किसी न किसी एजेंसी की गाड़ी सिलेंडर को लादकर कस्बे के इर्द-गिर्द घूमती रहती है। इतना ही नहीं इस घरेलू गैस का प्रयोग अधिकांश दुकानदार भी करते हैं, जिनके माध्यम से उपभोक्ताओं को दी जाने वाली गैस दुकानदारों के हाथ चली जाती है।
लोगों ने मांग की है कि शुकुल बाजार क्षेत्र में आने वाली गाड़ियों से दी जा रही गैस की जांच की जाए, जिससे उपभोक्ता को निर्धारित मूल्य से गैस प्राप्त हो सके। इतना ही नहीं उपभोक्ताओं की पासबुक भी सही से अपडेट नहीं हो रही ,है जिससे उन्हें निर्धारित मूल्य का पता भी नहीं चल रहा है। उपभोक्ताओं ने पेट्रोलियम विभाग की अधिकारियों सहित जनपद स्तरीय अधिकारियों से मांग की है कि इस प्रकार की हो रही ठगी को बंद कराया जाय, जिस से उपभोक्ता ठगी का शिकार होने से बच सके ।