आशीष गौरव पांडेय की रिपोर्ट :
वाराणसी : शहर में अचानक लोहता थाने के एसआई शमशेर आलम द्वारा किए गए घृणित कार्य को लेकर वाराणसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए एसआई शमशेर आलम को निलंबित कर दिया गया मगर इन शेरो पर कार्यवाही कब तक ?
वाराणसी के लगभग कई थाने विवादित क्रियाकलापों को लेकर आए दिन कुछ कुछ चर्चाएं होती हैं। चर्चाओं में उन्हें विभाग के लोगों के चिन्हित होने के बाद भी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा कोई कार्यवाही नहीं होती है, जिससे यह लगता है कि कहीं ना कहीं ऐसे शमशेर विभाग के द्वारा फल-फूल रहे हैं। कुछ थानों को वेश्यावृति या हुक्का बार को लेकर तमाम शिकायतें मिलती है तो कहीं कुछ और, मगर किसी भी थाने के ऊपर किसी अधिकारी का कोई खौफ नजर नहीं आता। ऐसा दिखता है कि कहीं न कहीं इन अफसरों की सांठगांठ से यह थाने फल फूल रहे हैं।
कुछ थाना प्रभारियों के 2 साल में कई गुने बड़े इनकम, तो कुछ लोगों ने बनाए आलीशान बंगला
सूत्रों की मानें तो वाराणसी में कुछ थाना प्रभारी चौकी प्रभारी गोरख धंधा में इतने आगे हुए कि आगामी 2 सालों में कईयों के कई मंजिले मकान बन गए मगर इनकी इनकम कहां से कैसे इतनी बढ़ी ? इसको लेकर तमाम चर्चाएं बाजार में गर्म है। मगर गोरखधंधा पर पुलिस अधीक्षक वाराणसी की कोई निगाह नहीं है।
कईयों मामले संदिग्ध होने के बावजूद इन थाना व चौकी प्रभारियों से पूछे जाने पर टालमटोल कर कर एक सीधा जवाब देते हैं कि मामला अभी विवेचना में है। विवेचना करते करते हैं और विवेचना की आड़ में लाखों रुपए यह वसूल लेते हैं और मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। ऐसे कई उदाहरण आगामी कई थानों में देखने को मिले हैं। एक बड़ा सवाल इन जैसे शमशेर ऊपर कार्यवाही कब तक होगी ?