रौशन कुमार की रिपोर्ट :
पटना : प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मंत्री बनने के सिर्फ चार घंटे के अंदर जीतन राम मांझी से इस्तीफा ले लेने वाले नीतीश कुमार से जनता को बहुत उम्मीद है। जनता आज भी कहीं न कहीं नीतीश कुमार से उम्मीद करती है कि नीतीश कुमार कम से कम भ्रष्टाचार का तो साथ नहीं देंगे, लेकिन तेजस्वी यादव पर एफआईआर दर्ज़ होने के बाद भी नीतीश कुमार की चुप्पी सोचने पर मजबूर करने लगा था। फिर भी जनता को लगा कि महागठबंधन की बात है, शायद नीतीश कुमार लालू यादव को विकल्प चुनने का समय दे रहे हैं।
लेकिन अब, जब राजद ने अपना स्टैंड क्लियर कर दिया है कि तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे, उसके बाद नीतीश कुमार की चुप्पी इनकी कमजोरी को दर्शाने लगी है। जदयू ने बैठक बुलाया तो लगा शायद आज नीतीश कुमार अपना ऐतिहासिक फैसला सुनायेंगे, लेकिन नीतीश कुमार कुछ बोलने का साहस नहीं जुटा पाए। इससे साबित होता है कि नीतीश कुमार को अपने सिद्धान्त से ज्यादा कुर्सी प्यारी है। अगर ऐसा नहीं होता तो चार घंटे में इस्तीफा लेने वाले नीतीश कुमार को तेजस्वी यादव पर फैसला लेने में इतना व्यक्त नहीं लगता। जदयू ने तेजस्वी यादव को सफाई देने का समय देकर उसे बचाने की कोशिश की है। नीतीश कुमार किसी भी तरह से तेजस्वी यादव की कुर्सी को बचाना चाहते हैं, ताकि उनकी भी कुर्सी बची रह सके। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अबिलम्ब तेजस्वी यादव से इस्तीफा लें नहीं तो भाजपा गाँव गाँव जाकर आन्दोलन करेगी, बिहार की जनता एक आरोपी उप-मुख्यमंत्री को कभी भी बर्दास्त नहीं करेगी।