नई दिल्ली : एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ सवर्णों की नाराज़गी का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। एससी-एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले को लेकर दलितों की नारजगी ने पहले केंद्र सरकार को मुश्किलों में दाल दिया था, वहीँ अब संसोधन के बाद सवर्णों की नाराज़गी ने मोदी सरकार को मुसीबत में डाल दिया है। सवर्णों को बीजेपी का पारंपरिक वोट बैंक माना जाता है।
एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ सवर्णों द्वारा आहूत भारत बंद का देश भर में व्यापक असर देखने को मिल रहा है। कई राज्यों में प्रदर्शन के मद्देनज़र जनजीवन पूरी तरह ठप हो गया है। राजस्थान के कई शहरों में प्रदर्शन जोरों पर है, लिहाज़ा यहाँ दुकानें बंद है। लोग अपने-अपने घरों में बैठे हुए हैं। वहीँ प्रदर्शन के मद्देनज़र पुलिस जगह-जगह पर लागातार गस्त कर रही है।
एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ सवर्णों द्वारा आहूत भारत बंद का असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। यहाँ भी कई जगहों पर सवर्ण समाज के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। इनके अलावा बिहार, उत्तर-प्रदेश व अन्य कई राज्यों में सवर्णों द्वारा आहूत भारत बंद का असर देखने को मिल रहा है। आने वाले दिनों में सवर्णों की नारजगी से निपटना मोदी सरकार के लिए बड़ी चुनौती होगी।
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