भागलपुर पुलिस ने महिला को पीटा

भागलपुर से राहिल सिद्दीकी की रिपोर्ट :

पुलिस का मतलब अगर पुलिसकर्मियों से ही पूछा जाए तो इनका पुरुषार्थ कहीं खो गया या तो मर गया होगा। चूंकि इनको खुद पता नहीं कि इनकी संवेदना कब और कहां मर गयी। कहा जाता है कि पुलिस का मतलब पुरुषार्थी, लिप्सा रहित और लोगों के सहयोग के लिए बने हैं। पुलिस की कुछ एक्सकलुसिव तस्वीर दिखाते हैं। ये तस्वीर खुद बयां कर देगी की कैसी है और कौन सा मानवीय चेहरा लोगों के बीच घूमती है हमारी पुलिस। आपको बता दें ये घटना है लोदीपुर थानाक्षेत्र के बसंतपुर गांव की जहां आज दो पक्षों के बीच हुई गोलीबारी में काफी संख्या में गांव पहुंचकर आरोपियों के घर की तलाशी ली गयी।उसी दौरान महिलाओं द्वारा जमकर विरोध भी किया गया। विरोध का जबाब लोदीपुर थानाध्यक्ष भाई भरत भूषण ने कुछ इस अंदाज में दिया। इस महिला को थानाध्यक्ष ने बुरी तरह पीटा ही नहीं बल्कि अमानवीय हरकत करते हुए बाल पकड़कर द्रौपदी की तरह घसीटा भी।

तो वही एसएसपी मनोज कुमार ने कहा है कि जाचं कर दोसी  पुलिस कर्मी पर कार्यवाही करने की बात कही ।

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