संतोष कुमार शर्मा की रिपोर्ट
बलिया। प्रवासी श्रमिक अधिकार मंच के मुख्य कार्यालय भीमनगर, उजरियॉव, गोमतीनगर, लखनऊ में अध्यक्ष प्रमोद पटेल की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। मंच के अध्यक्ष प्रमोद पटेल ने सम्बोधित करते हुए कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि प्रवासियों के लिए दिये गये बयान में बार-बार जानवर से तुलना करने की बात कहीं। हमारा मंच ट्रम्प के इस बयान की घोर निंदा करते हुए विरोध करता है। पूरे दुनिया में प्रवासियों का योगदान किसी भी देश व राज्य की अर्थ व्यवस्था एवं विकास में बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। अभी हाल के संयुक्त राष्ट्रसंघ के रिपोर्ट के अनुसार पूरी दुनिया में 3.5 करोड़ भारतीय आवास एवं प्रवास करते हैं।
विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार पूरी दुनिया में प्रवासी भारतीय श्रमिकों द्वारा 69 अरब डालर विदेशी मुद्रा भारत सरकार को प्राप्त होती है तथा पूरी दुनिया में 32 करोड़ परिवार इस विदेशी मुद्रा पर निर्भर रहते है। हर 10 व्यक्ति में से एक व्यक्ति इस मुद्रा से प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होता है। इस क्रम में लगभग 64 अबर डालर विदेशी मुद्रा चीन को प्राप्त होती है तथा इसी तरह फिलिस्तीन देश को लगभग 33 अरब डालर विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है।
मंच की बोर्ड सदस्या ललिता राजपूत द्वारा सम्बोधित करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा दिये गये इस बयान से विश्व स्तर पर मानव अधिकारों का हनन होता है, जिसकी शिकायत हमारा मंच संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा तथा आगामी बैठकों में उठायेंगे तथा विरोधी जतायेंगे। इसीक्रम में मंच के सचिव सुनील पाण्डेय ने कहा कि भारत सरकार को इस प्रवासी श्रमिकों के मामलों को लेकर अमेरिका प्रशासन के सामने कड़ा एतराज एवं विरोधी जताने की मांग की एवं मंच द्वारा महामहिम राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री कार्यालय तथा विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर ज्ञापन भेजने की बात कहीं।
बैठक में बोर्ड सदस्य अजहर अली एवं राकेश पाण्डेय ने कहा कि हम सभी प्रवासी मुद्दों पर काम कर रहे जन संगठनों को आगामी भारतीय प्रवासी दिवस बनारस में मनाये जाने तक विरोधी अभियान चलाने की रणनीति तय की।
बैठक में कोषाध्यक्ष अनिल देव वर्मा, आलोक पाण्डेय, संजय शर्मा, राजकुमार, अखिलेश, हनुमान आदि मौजदू रहे। संचालन सचिव सुनील पाण्डेय ने किया।