रामकृष्ण पाण्डेय की रिपोर्ट
भदोही उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के गोपीगंज थाने के विरनई गांव में सप्ताह भर पूर्व एक अग्निकांड में अपनी पत्नी और मासूम बेटे को गवांने वाले दलित वनवासी को साढ़े आठ से अधिक की सहायता राशि उपलब्ध करायी जाएगी। इसके लिए राजस्व प्रशासन ने सारी औपचारिकताएं पूरी कर लिया है। समाज के वंचित लोगों को त्वरित गति में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने में योगी सरकार का यह महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। हालांकि मीडिया में इस मसले को लेकर काफी आलोचनाएं भी हो रही थी।
ज्ञानपुर तहसीलदार दवेंद्र यादव ने बताया कि पीड़ित परिवार को अनुग्रह राशि दिलाने की सारी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। परिवार को 8 लाख 89 हजार रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। अभी तक हादसे में जान गवांने वाले रामलाल की पत्नी उर्मिला और बेटे करिया की पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आयी थी। लेकिन वह जल्द मिल जाएगी। दो दिन बाद उसे यह सहायता राशि उपलब्ध हो जाएगी। कालीन निर्यातक मोहम्मद अतहर की तरफ से भी शनिवार को पीड़ित परिवार को 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी गयी है। सप्ताह भर पूर्व भदोही जनपद के गोपीगंज कोतवाली के विरनई गांव की वनवासी बस्ती में सोमवार की रात उर्मिला देवी 43 पत्नी रामलाल अपने बेटे करिया 8 के साथ छप्पर में मोमबत्ती जला कर सोई गयी। जिसकी वजह से छप्पर में आग पकड़ लिया था। बस्ती के लोग आग पर जब तक काबू पाते उसकी पत्नी उर्मिला और बेटे करिया की आग की लपटों में झुलसने से मौत हो हुई थी। भदोही जनपद में सोमवार की रात एक अग्निकांड में दो दलित परिवारों की झुलस कर मौत हो गई। घटना गोपीगंज थाने की विरनई गांव के वनवासी बस्ती में हुई, जहां मोमबत्ती की वजह से छप्पर में आग लग गयी। जिसकी वजह से एक महिला और उसके मासूम बेटी मौत हो गई। पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।