साजिद अंसारी और सलिल पांडेय की रिपोर्ट :
मिर्जापुर : जनपद के मण्डल में हवाई सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बन्द पड़े एवं भारी अतिक्रमण से घिरे झिंगुरा हवाई अड्डे के दिन लौटने के आसार दिखाई पड़ रहे हैं । विंध्याचल मण्डल के स्तर को ऊंचा उठाने तथा आधुनिक बनाने में नई-नई योजनाओं के क्रियान्वयन में लगे कमिश्नर मुरली मनोहर लाल, मिर्जापुर के जिलाधिकारी अनुराग पटेल तथा एक दर्जन वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ज्येष्ठ माह की तपती दुपहरिया में बुधवार को झिंगुरा हवाई अड्डे पर पहुंचे तथा एस डी एम, सदर अरविंद चौहान तथा तहसीलदार विकास पांडेय से हवाई अड्डे की जानकारी ली, जिस पर नक्शे के साथ अधिकारियों ने बताया कि हवाई पट्टी की 15 हेक्टेयर भूमि है जबकि इसके लिए निर्धारित विभिन्न ग्रामों में लगभग 60 हेक्टेयर से अधिक जमीन है, जो हुरुआ, देवरी, मुल्हवा, चपऊर, दुबेपुर, अकसौली, महेबा ग्राम में है।
कमिश्नर आश्चर्यचकित हुए, जब दूर से टीलेनुमा एक निर्माण हवाईपट्टी पर दिखा। जब वे लगभग पाँच सौ मीटर चलकर उस स्थान पर पहुँचे तो वह उपली का लगाया गया ढेर था। कमिश्नर मुरलीमनोहर लाल तथा डी एम अनुराग पटेल ने निर्णय लिया कि हवाईपट्टी सहित अन्य ग्रामों में अवैध कब्जा किए लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ़ शासकीय संपत्ति के दुरुपयोग के तहत कार्रवाई की जाए तथा उन पर भूमि कब्जा के लिए आर्थिक दंड वसूल की जाए ।
मौके पर सलिल पांडेय ने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि हवाई अड्डा चालू हो जाने पर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। कमिश्नर ने डी एम से कहा कि हवाई अड्डे की भूमि को बाउंड्री से घेरने का प्रोजेक्ट बनाकर शासन में भेजा जाए ताकि धन काम शुरू हो जाए।
पहाड़ी ग्राम समूह पेयजल योजना का औचक मुआयना
उक्त परियोजना पर पहुंच कर अधिकारियों ने ओवरहेड टैंक, उसकी क्षमता, आपूर्ति को स्थिति की जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि पाइप 5 जगह टूटी है, जिसपर कमिश्नर ने जल निगम के अधीक्षण अभियंता अभयराम रस्तोगी को उसे दुरुस्त करने का निर्देश दिया ।
जाम से मुक्ति के लिए बैठक
निरीक्षण से लौटकर मुख्यालय पर कमिश्नर मुरलीमनोहर लाल ने नरायनपुर एवं औराई से मिर्जापुर होते बरकछा तिराहे तक लगने वाले जाम को खत्म करने की योजना पर मंथन किया। इस बीच उपस्थित आई जी विजयकुमार मीणा, डीएम अनुराग पटेल, एसपी आशीषकुमार तिवारी, PWD के SE रमाशंकर चौधरी, EE राजीवकुमार, NH के AE बी एस पाठक, NHI के AE शशांक सिंह आदि को कई जिम्मेदारियां सौंपी गयी।