राघवेन्द्र तिवारी की रिपोर्ट :
लखनऊ : निगोहा में किशोर को अगवा हुए 83 दिन बीत चुके हैं निगोहा पुलिस उसे ढूंढकर लाने के दावे ही करती रही लेकिन आज तक अगवा किशोर सौरभ को आखिर क्यों नहीं मुक्त करा पा रही है। मेरा बेटा वापस नहीं ला सकते हो तो परिवार सहित इच्छा मृत्यु की इजाजत दे दो। यह पीड़ा है एक बेबस माँ रामपियारी की, जो अपने बेटे के लिए आंसू बहा रही हैं।जब की दबंगो द्वारा अगवा किये गये बेटे को मुक्त कराने के लिये पीङिता मुख्यमंत्री,डीजीपी से लेकर आला पुलिस अधिकारियों से बीते ढाई महीने में दर्जनो बार गुहार लगा चुकी है।लेकिन हर बार उन्हें मात्र आश्वासन ही मिलता है।वही बेटे को अगवा करने वाले दबंगो की धमकी से अजीज पीङिता ने राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री व सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश,राज्यपाल,मुख्यमंत्री को रजिस्टर्ड डाक से पत्र भेजकर परिवार सहित इच्छा मृत्यु दिये जाने की माँग की है।
निगोहाँ के शेखपुर लवल की रहने वाली रामप्यारी का आरोप है उसके 14वर्षीय बेटे सौरभ को जबरन अपने ढाबे पर रखकर दखिना निवासी अनमोल तिवारी व उनका भाई छोटू तिवारी जबरन मारपीट कर बधंक बनाकर पाँच माह अपने होटल में काम कराया।जानकारी होने पर बेटे सौरभ को उक्त दबंगो के चगुंल से छुङाकर 15अक्टूबर2018को घर ले आयी जिसके दूसरे दिन 16अक्टूबर 2018 को अनमोल तिवारी अपने भाई छोटू तिवारी सहित तीन लोगो के साथ घर आ धमके ओर बेटे सौरभ को कार में बैठा कर लेकर चले गये।जिसके बाद थाने पहुँचकर बेटे को अगवा किये जाने की शिकायत की जिस पर निगोहा पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर चलता कर दिया। इस मामले में मुख्यमंत्री ,डीजीपी से लेकर पुलिस के आलाधिकारियों के कार्यालय तक शिकायत की गई, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिले।लापता सौरभ को अगवा करने वालो पर कार्यवाही व बरामदगी के लिए बीते मगंलवार को पीङिता ने सीडीओ से गुहार लगायी तो उन्होने सीओ को मामले की गम्भीरता से जाँच कर दोषियों पर कार्यवाही व किशोर की बरामदगी के निर्देश भी दिये लेकिन उसके बाद 83दिनो से सौरभ का कोई सुराग नही है। पीङिता रामप्यारी का कहना है कि पुलिस से उनका विश्वास उठ चुका है। इसको लेकर मुख्यमंत्री से शिकायत की है।
राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर माँगी इच्छा मृत्यु
बेबस व लाचार माँ की बेटे तलाशने के लिये आधिकारियों की चौखटो के चक्कर लगाने के बाद भी न्याय ना मिलने के चलते अब थक हार कर महामहिम राष्ट्रपति व सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सहित प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर परिवार सहित 26जनवरी के दिन इच्छा मृत्यु दिये जाने की माँग की है।
सुलह के लिये सिपाही घर पर फेक गया 10 हजार रूपये
पीड़ित महिला रामप्यारी ने आरोप लगाते हुए बताया कि आरोपितों के विरुद्ध कार्यवाहीं न करने के लिए निगोहां थाने का एक सिपाही उनके घर पर आकार 10 हजार रुपए जमीन पर फेकते हुये कहने लगे यह तुम्हारे बेटे की मजदूरी है और अब सुलह हो जाओ। सुलह करने से मना करने पर सिपाही भङक गया और पैसे वही छोङकर चला गया।