वाराणसी स्थित 11 एनडीआरएफ ने चतुर्थ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर संपूर्णानंद स्टेडियम, सिगरा, वाराणसी मे आयोजित भव्य योग कार्यक्रम मे भाग लिया। इस योग कार्यक्रम में एनडीआरएफ के रेस्क्यूअर्स ने विभन्न प्रकार के प्राणायाम और आसनों का अभ्यास किया । योग व प्राणायाम के इस कार्यक्रम में बड़ीसंख्या में एनडीआरएफ के रेस्क्यूअर्स,
स्थानीय निवासी,ज़िला प्रशासन,गैर सरकारी संस्थाओ और मीडिया कर्मियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने का प्रण लिया ।
इस अवसर पर श्री आलौक कुमार सिंह, उप महानिरीक्षक, 11एनडीआरएफ ने बताया कि “योग भारतीय परंपरा का एक अनमोल उपहार है।” ये मस्तिष्क और शरीर की एकता को संगठित करता है; विचार और कार्य, अंकुश और सिद्धि, मानव और प्रकृति के बीच सौहार्द, स्वास्थ्य और अच्छे स्वाभाव के लिये एक पूर्णतावादी दृष्टिकोण है। ये केवल व्यायाम के बारे में ही नहीं बल्कि विश्व और प्रकृति के साथ स्वयं एकात्मकता की समझ को खोजने के लिये भी है। अपनी जीवनशैली को बदलने और चेतना को उत्पन्न करने के द्वारा ये जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने में मदद कर सकता है। चलिये एक अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को अंगीकृत करने की ओर कार्य करें”इसके अलावा उन्होने लोगों से योग से निरोग रह्ने की अपी की
इसके अतिरिक्त 11 एनडीआरएफ की उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश में स्थित अलग-अलग टीमों ने भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें लखनऊ, गोरखपुर, भोपाल और दशाश्वमेध घाट की टीमों ने विभिन्न प्रकार के प्राणायाम और आसनों का अभ्यास किया जिसमें एनडीआरएफ के अफसर, सबोर्डिनेट अफसर और अन्य रेस्क्यूअर्स ने भाग लिया ।