पीएम मोदी का असम दौरा, दिखाए गए काले झंडे, नागरिकता बिल को लेकर विरोध
पीएम मोदी का असम दौरा, दिखाए गए काले झंडे, नागरिकता बिल को लेकर विरोध

पीएम मोदी का असम दौरा, दिखाए गए काले झंडे, नागरिकता बिल को लेकर विरोध

                                                                पीएम मोदी का असम दौरा, दिखाए गए काले झंडे, नागरिकता बिल को लेकर विरोध
पीएम मोदी का असम दौरा, दिखाए गए काले झंडे, नागरिकता बिल को लेकर विरोध
              पीएम मोदी का असम दौरा, दिखाए गए काले झंडे, नागरिकता बिल को लेकर विरोध

 

नई दिल्ली : गुवाहाटी पहुंचे पीएम मोदी को आज फिर विरोधों का सामना करना पड़ा।

शुक्रवार शाम को ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) के सदस्यों ने हवाई अड्डे से राजभवन जाते समय प्रधानमंत्री मोदी को काले झंडे दिखाए थे, वहीँ पीएम मोदी को शनिवार को भी काले झंडे दिखाए गए। बता दें कि नागरिकता बिल को लेकर पीएम मोदी को विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

प्रधानमंत्री जब लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से शाम करीब 6:30 बजे राजभवन की ओर जा रहे थे, तभी गुवाहाटी विश्वविद्यालय के गेट पर आसू के सदस्यों ने उनकी ओर काले झंडे लहराए। उस दौरान ये लोग ‘मोदी गो बैक’ और ‘नागरिकता संशोधन बिल समाप्त करो’ के नारे लगा रहे थे।

छात्र संघ पहले ही इस बात की घोषणा कर चुके थे कि पीएम के दौरे के दौरान वह नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध करेंगे।

25 दिसंबर को बोगीबील ब्रिज का उद्धाटन करने के बाद से ये पीएम का तीसरा असम दौरा है। इससे पहले जनवरी के अपने दौरे में सिलचर में एक रैली में पीएम ने कहा था कि वह नागरिकता संशोधन बिल लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

शनिवार को पीएम मोदी कई परियोजनाओं का उद्धाटन करेंगे और असम, त्रिपुरा एवं अरुणाचल प्रदेश में जनसभाओं को भी संबोधित करेंगे।

आसु ने गुवाहाटी में काले झंडों के साथ पीएम ऑफिस के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया। पीएम मोदी की सुरक्षा के लिए राज्य प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। इससे पहले आसु और 38 अन्य संगठनों ने स्वदेशी समूहों का प्रतिनिधित्व करते हुए राज्यभर में बिल की प्रतियां जलाई थीं।

About Kanhaiya Krishna

Check Also

पाकिस्तानी आतंकी बाबर भाई मुठभेड़ में ढेर, 4 साल से था घाटी में एक्टिव

पाकिस्तानी आतंकी बाबर भाई मुठभेड़ में ढेर, 4 साल से था घाटी में एक्टिव

पाकिस्तानी आतंकी बाबर भाई मुठभेड़ में ढेर, 4 साल से था घाटी में एक्टिव जम्मू-कश्मीर …

करतारपुर कॉरिडोर

74 साल बाद करतारपुर कॉरिडोर के जरिए मिले दो भाई, बंटवारे ने किया था अलग

1947 में जब भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हुआ तो मोहम्मद सिद्दीक नवजात थे। उनका …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *