संतोष शर्मा की रिपोर्ट :
बलिया: महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से नारी सशक्तिकरण संकल्प अभियान की शुरुआत 20 नवम्बर से हुई। यह अभियान एक महीने तक चलेगा। पूरे महीने की कार्ययोजना बनी है और दर्जन भर विभागों द्वारा उसी हिसाब कार्यवाही की जाएगी। शुभारंभ के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें सैकड़ों स्वावलम्बी व अपने अधिकारों के प्रति जागरूक महिलाओं ने प्रतिभाग किया। महिलाओं से जुड़ी योजनाओं, सुरक्षा सम्बन्धी जानकारियां साझा की गई। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया, जिसका सीधा प्रसारण किया गया।
कार्यशाला में प्रभारी डीएम व सीडीओ बद्रीनाथ सिंह ने कहा कि समाज की उन्नति के लिए हर क्षेत्र में महिलाओं की सहभागिता जरूरी है। इसके लिए सबसे अहम चीज शिक्षा है। बेटियां शिक्षित होंगी, स्वावलम्बी होंगी तभी मजबूत भी होंगी। एसपी श्रीपर्णा गांगुली ने कहा कि निश्चित रूप से पहले की अपेक्षा अब धीरे-धीरे बदलाव आ रहा है। उसी का नतीजा है कि महिलाएं उच्च पद पर है और समाज की अगली पंक्ति में बैठ रही हैं। महिलाएं वही सशक्त मानी जाएगी जो अपनी मर्जी से अपने लक्ष्य को पाने की तरफ अग्रसर हो। चाहे राजनीति हो, नौकरी हो या कोई भी क्षेत्र। एसपी ने जोर देकर कहा, दहेज हो या भ्रूण हत्या, इस पर अंकुश के लिए महिलाओं को ही जागरूक होना होगा। समाज को बेहतर बनाने के लिए हम सबको मिलकर काम करना होगा। चिंता जताते हुए कहा, कम उम्र की लड़कियां प्रेम में घर छोड़ दे रही हैं। लेकिन इनमें वह कई बार धोखा खा जाती हैं। ऐसी बच्चियों को मां और सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाली संस्थाएं समझाएं और उन्हें जिंदगी की हकीकत से अवगत कराएं। अंत में उन्होंने सन्देश दिया कि सबसे पहले बालिकाएं पढ़ें, आगे बढ़े और अपने पैरों पर खड़े हों जाएं।
प्रेरणास्रोत के रूप में उपस्थित रहीं ये बेटियां
नारी सशक्तिकरण संकल्प अभियान की शुरूआत के मौके पर मौजूद कुछ बेटियां प्रेरणास्रोत के रूप में मौजूद रहीं। इनमें प्रमुख रूप से सैकड़ों महिलाओं की आदर्श के रूप में मौजूद आईएएस अन्नपूर्णा गर्ग ने नारी सशक्तिकरण के लिए बेटियों को शिक्षित करने पर विशेष जोर दिया। कहा, सशक्तिकरण में शिक्षा का अहम रोल है। वहीं महिला इंस्पेक्टर सरोज यादव ने महिला सुरक्षा से जुड़े विन्दुओं को बताया। महिला हेल्पलाइन 181 की कर्मियों ने महिलाओं के सहयोग सम्बन्धी जानकारी दी। प्रभारी डीपीओ विनीत सिंह ने आंगनबाड़ी विभाग की योजनाओं को बताया। सीडीपीओ गीता राय, प्रधानाचार्य निर्मला पांडेय, सहायक अध्यापिका शिखा गुप्ता, श्वेता सिंह, रंजना पांडेय समेत दर्जन भर महिलाओं ने नारी शक्ति को मजबूत बनाने के लिए अपने सुझाव दिए। इस मौके पर बीएसए सन्तोष राय, सूचना अधिकारी एके पांडेय, अतुल तिवारी, प्रोबेशन कार्यालय के शशिकांत तिवारी, जेपी यादव के अलावा सैकड़ों महिलाएं मौजूद थीं।
निःशुल्क वकील भी सुविधा उपलब्ध: पूनम कर्णवाल
बलिया: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव पूनम कर्णवाल नेे जिला कारागार बलिया का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद जेल में ही विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर लगाया। इसमें प्राधिकरण की सचिव ने कैदियों को तरह—तरह के नियम कानूनों की जानकारी दी। बताया कि यदि किसी प्रकार की कानूनी मदद की जरूरत हो तो इसकी जानकारी एक सादे कागज पर कारागार अधीक्षक को दी जा सकती है। यही नहीं, जिन कैदियों के पास वकील नहीं है, उनको जिला विधिक सेवा प्राधिकरण वकील की भी सुविधा पूरी तरह नि:शुल्क उपलब्ध कराता है। इसकी फीस प्राधिकरण अपनी तरफ से देती है। उन्होंने जेल अधीक्षक को निर्देश दिया कि कोई आवेदन आए तो तत्काल प्राधिकरण के कार्यालय में भिजवाएं, ताकि कैदियों को मदद मिल सके।