पूर्णिया के कस्बा ब्लॉक से अवधेश कुमार की रिपोर्ट:
शहर में ठंड का व्यापक असर हो रहा है. आमजन की दिनचर्या धीमी सी पड़ गयी है. समुदायिक अस्पताल के मरीजों की हालत ठंड के कारण सिमट सी गयी है. अस्पताल प्रबंधक के द्वारा मिलने वाले कंबल के अभाव में मरीज ठंड में ठिठुर रहे हैं. समुदायिक अस्पताल कसबा में भर्ती मरीज से बात करने पर पता चला कि ज्यादातर मरीज अपने घर से लाये गये कंबल का प्रयोग करते हैं .जबकि अस्पताल प्रबंधक द्वारा मिलने वाली कंबल व्यवस्था से नदारद है. मरीजों ने बताया कि कंबल के अलावा बहुत सारी मिलने वाली सुविधाओं में कटौती की जाती है. अस्पताल में बहुत सारी दवाओं का अभाव है.जिस दवा की जरुरत मरीज को रहती है वह दवा अस्पताल में उपलब्ध नहीं है. मरीज को देखने वाले डॉक्टर एक छोटा पुर्जा पर दवा लिख कर बोलते हैं इसे बाहर से मंगवा लो.
पैरवी वाले मरीजों को उपलब्ध होता है कंबल:समुदायिक अस्पताल में इलाज करा रहे मरीजों को दिसंबर महीना शुरू होने के बाद भी कंबल का वितरण नहीं किया जाना आश्चर्य माना जा रहा है. बढ़ती ठंड में अस्पताल में भर्ती मरीज ठंड के कारण ठिठुर जा रहे हैं. जब इस बाबत मरीजों से पूछा गया कि अस्पताल के द्वारा कंबल उपलब्ध कराया गया कि नहीं तो मरीजों ने जवाब देने से मना कर दिया.
अन्य मरीजों ने बताया कि अस्पताल के प्रति शिकायत करने पर भर्ती रोगी को भी डिस्चार्ज कर दिया जाता है. इससे अच्छा है किसी भी हालात में चुप रहकर अपना इलाज करवा लें. जब एक-दो मरीज बोलने को तैयार हुए तो अन्य मरीज भी अपना दुखड़ा सुनाने लगे. गढ़बनैली राधानगर के माला देवी ,गढ़बनैली की अम्बिका बैन, शिशाबाड़ी के नजमा खातून ,संझेली के रीना देवी ने बताया कि कई बार कंबल की मांग की गयी लेकिन अस्पताल के कर्मियों के द्वारा कुछ चुनिंदा मरीजों को कंबल उपलब्ध कराया गया.कई दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं. भीषण ठंड में भी कंबल को उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. घर से जो बना है वही लाकर यहां ओढ़ कर अपना इलाज करा रहे हैं.ठंड के मौसम में अस्पताल में कंबल की व्यवस्था नहीं है.अस्पताल के लोगों के बार -बार कहने पर भी कंबल उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है ।एक चादर से ही अपनी ठंड को दूर कर रहे हैं.अस्पताल के द्वारा कंबल नहीं दिया जा रहा है.कंबल मांगने पर टालमटोल किया जाता है.
अस्पताल में बहुत सारी सुविधाओं की कमी है. ठंड दूर करने के लिए अस्पताल के द्वारा कंबल नहीं दिया गया है.घर काफी दूर है. वहां जाना भी संभव नहीं है.
अस्पताल में बहुत सारी दवाओं का अभाव है.अस्पताल में दवा नहीं रहने के कारण बाहर से दवा खरीदना पड़ता है. इस सबंध में सामुदायिक अस्पताल कसबा प्रभारी डॉ राजेंद्र प्रसाद मंडल ने कहा कि अस्पताल में चार पीस मात्र कंबल है किसको दे या नहीं दे ।साथ ही जिला से कम्बल का प्रबंध किया नहीं जाता तो कंबल हम कँहा से दे ।
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