बुलंदशहर : यूपी के जनपद बुलंदशहर में गोमांश को लेकर हुए बवाल में एक इंस्पेक्टर को अपनी जान गंवानी पड़ी, जिसके बाद से इस मामले को लेकर बवाल मचा हुआ है। इंस्पेक्टर समेत दो लोगों के मौत के बाद इलाके में व्याप्त तनाव के मद्देनज़र भारी संख्यां में पुलिस फाॅर्स को तैनात कर दिया गया है। वहीँ इस मामले में पुलिस ने कार्यवाही करते हुए मुख्य आरोपी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीँ इस मामले को लेकर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या का बयान भी सामने आया है।
एक निजी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि हिंसा में हिंदू संगठनों का नाम लेना जल्दबाजी होगी। वहीँ इस मामले को लेकर सपा के कद्दावर नेता आज़म खान ने कहा कि अगर ये पशु वध है तब तो पुलिस को ये भी जांच करनी चाहिए वहां पशुओं के अवशेष कौन लेकर आया, क्योंकि जिस इलाके में हिंसा हुई वहां अल्पसंख्यक समुदाय के लोग नहीं रहते हैं।
बताते चलें कि इस मामले में पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की गई है। पहली गोकशी की और दूसरी हिंसा की। जिसमें 27 लोगों को नामजद किया गया है और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मेरठ जोन के एडीजी ने बताया कि इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार और 4 को हिरासत में लिया गया है। गिरफ्तार लोगों में मुख्य अभियुक्त बजंरग दल का जिला संयोजक योगेश राज भी शामिल है।
वहीँ इस पुरे मामले को लेकर एक एसआईटी का गठन भी किया गया है जो ये जांच करेगी कि हिंसा क्यों हुई और क्यों ? पुलिसकर्मियों ने मृत इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को अकेला छोड़ दिया था ? एफआईआर में कई हिंदू संगठन जैसे बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद के नेताओं के नाम आरोपियों में हैं।