चन्दौली : ऊर्जा क्षेत्र में निजीकरण से न सिर्फ बिजलीकर्मी बल्कि सूबे की आम जनता भी प्रभावित होगी, क्योंकि योगी सरकार द्वारा शहरी उपभोक्ताओं की बिजली दरों में भारी वृद्धि करने की गुपचुप योजना चल रही है, जिससे शहरी क्षेत्रों में आने वाली निजी क्षेत्र की बिजली कम्पनियों को मुनाफा दिया जा सके। उक्त आरोप बिजली का निजीकरण के खिलाफ चलाए जा रहे जन अभियान के तहत सैदूपुर में बोलते हुए स्वराज अभियान के नेता व मजदूर किसान मंच के प्रभारी अजय राय ने कही।
उन्होने कहा कि निजीकरण की आंच में पहले से अच्छी शिक्षा और चिकित्सा जिस प्रकार से आम आदमी की पहुँच से दूर हो गई है, अब बिजली भी आम आदमी की पहुंच से दूर हो जाएगी। उन्होने यह भी कहा कि आगरा में अरबों रूपये का घोटाला होने के बावजूद प्रदेश के पांच अन्य शहरों का निजीकरण किये जाने के पीछे कोर्पोरेट घरानों को बेजा फायदा देने और मेगा घोटाले की तैयारी है। पावर कारपोरेशन में भर्ती मे हुआ घोटाला निजी क्षेत्र की देन है। इसी प्रकार निजी कम्पनी एचसीएल का 100 करोड़ रूपये से अधिक का बिलिंग घोटाला भी निजी क्षेत्र की ही देन है। इसके बावजूद सरकार द्वारा निजी क्षेत्र की पैरवी का क्या अर्थ है ? इसलिए सभी तबके को हर हाल में योगी सरकार द्बारा बिजली के निजीकरण का विरोध करना चाहिए। उनके साथ जनअभियान में राम मुरत पासवान , प्रमोद चौहान , आंरगजैब खान ,मारकण्डेय ,भरत सहित कई लोग शामिल रहे।