संतोष शर्मा की रिपोर्ट :
बलिया : नागालैंड में उग्रवादियों से हुई मुठभेड़ में बलिया जिले के सिकंदरपुर तहसील के महुलानपार का लाल शहीद हो गया। आर्मी जवान के शहीद होने की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। शहीद जवान 2013 में असम राइफल में भर्ती हुआ था। दो साल पहले ही शहीद जवान की शादी हुई थी।
बता दें कि बलिया जिले के सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के महुलानपार गांव का रहने वाला सेना का जवान नागालैंड के जूना भुट्टो में तैनात था। नागालैंड में ही उग्रवादियों से हुई मुठभेड़ में वह शहीद हो गया। शहीद जवान 2013 में असम राइफल में भर्ती हुआ था. उसके पिता भी असम राइफल में सैनिक हैं।
सेना के जवान के शहीद होने की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। दो साल पहले ही शहीद जवान की शादी हुई थी।
दो साल पहले हुई थी शादी
शहीद जवान का शादी दो साल पहले हल्दी थाना क्षेत्र के मुड़ाडिह निवासी नीतू देवी के साथ हुआ था। जवान के पिता व्यास ठाकुर भी असम राइफल्स में ही तैनात हैं और व्यास ठाकुर आज ही अपने ड्यूटी से छुट्टी लेकर घर आये थे। गांव वालों का कहना हैं प्रदीप बहुत बहादुर था । गांव के लोग उसे बहुत मानते थे। आज शाम को शहीद के गांव महुलानपार में उसका पार्थिव शरीर आएगा।